अनजान लाश ढंकने के लिए दी चादर, तीसरे दिन पता चला-वह भाई था
रेलवे ट्रैक (Railway track) पर मिले शव को ले जाने और मानवीय संवेदनाओं की उलझन
इंदौर
Updated: March 29, 2022 01:09:14 am
इंदौर. अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। घर के समीप रेलवे ट्रैक पर मिले शव को ले जाने के लिए पुलिस ने सहयोग मांगा तो महिला ने चादर रूपी कफन दिया। इसके बाद महिला परिवार में हुई गमी में शामिल होने चली गई। वहां से लौटी तो पता चला कि भाई घर पर नहीं है। उसे तलाशते हुए परिजन पुलिस तक पहुंचे। पुलिस अस्पताल ले गई, यहां बहन को पता चला कि जिस अनजान का शव ले जाने के लिए उसने पुलिस को चादर दी थी, वह उसका भाई है।
भाई घर नहीं लौटा तो लगा काम के सिलसिले में गया होगा
जिला हॉस्पिटल पहुंची बहन मनीषा पंवार ने बताया कि 25 मार्च को भाई दिलीप राठौर (21) निवासी गायत्री नगर रात में खाना खाकर पास िस्थत घर पर सोने गया था। अगले दिन भाई नहीं मिला तो परिजन समझे कि वह मंडी में या फिर अन्य किसी काम के सिलसिले में एक-दो दिन के लिए बाहर गया होगा। घटना वाले दिन उनके घर एक पुलिसकर्मी पहुंचा। उसने बताया कि रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा है। उसे ओढ़ाने के लिए कोई चादर मिल सकती है क्या। मैंने घर से चादर निकालकर दे दी। इस बीच मुझे मौसी के बेटे के निधन का समाचार मिला। पूरा परिवार वहां के लिए रवाना हो गया। सोमवार सुबह परिवार के सदस्य लौटे तो पड़ोसी से भाई के घर आने के बारे में पूछताछ की। पता चला कि भाई घर नहीं आया था। इस पर परिवार के सदस्य थाने पहुंचे और भाई के लापता होने की सूचना दी। वहां से जानकारी दी कि एक शव अस्पताल में है, उसे देख लो। अस्पताल पहुंची तो पता चला कि रेलवे ट्रैक पर जिसकी मौत हुई थी, वह मेरा भाई है। बहन ने बताया कि मेरे भाई की किसी से दुश्मनी नहीं थी। वह घर में सभी से शालीनता से बात करता था। उसकी शादी की बात चल रही थी।
थोड़ी देर हो जाती तो शव भी नहीं मिलता
आरक्षक दिनेश सिंह ने बताया, 25 मार्च की रात करीब दो बजे केशरबाग रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटना की सूचना ट्रेन के लोको पायलट ने दी थी। उन्होंने बताया कि ट्रेन के सामने कोई युवक आ गया और उसकी मौत हो गई है। शव के संबंध में आसपास की कॉलोनियों में पूछताछ की और फिर शव अस्पताल में रखवाया। तीन दिन तक शव की पहचान नहीं होने पर सोमवार को निगम को सूचना दी थी। जिला हॉस्पिटल में शव को पोस्टमॉर्टम के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी थी। सुबह परिवार ने पुलिस से संपर्क किया। परिजन हॉस्पिटल पहुंचे तो उन्होंने शव की पहचान दिलीप के रूप में की। शव के हाथ पर आरडी लिखा है। घटनास्थल पर मोबाइल नहीं मिला था। मामले की जांच कर रहे हैं।

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