scriptMP ELECTION : ये समाज तय करेंगे प्रदेश की सरकार | The society will decide the state government | Patrika News

MP ELECTION : ये समाज तय करेंगे प्रदेश की सरकार

locationइंदौरPublished: Nov 17, 2018 02:36:27 pm

एक साधे सब सधे… दोनों दलों की सबसे बड़ी चिंता यही इस बार कहां जाएंगे समाजों के वोट

इंदौर. समाजों की नब्ज समझने के लिए दोनों पार्टियों ने झोंकी ताकत, समाज प्रमुख बोले- मतदान को लेकर नहीं लेते सामूहिक निर्णय, मतदान का दिन जैसे-जैसे करीब आ रहा है, चुनावी माहौल भी गर्मा रहा है। प्रत्याशी समाजों और संगठनों से संपर्क कर उन्हें मनाने में जुटे है। ऐसी कई विधानसभा हैं, जिसमें कई समाजों के निर्णायक वोट है। समाज के वरिष्ठों और पदाधिकारियों ने फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है कि किस पार्टी के साथ जाएंगे। चुनाव के कुछ दिनों पहले ही समाज तय करने की स्थिति में होगा। ‘पत्रिका’ ने समाज के पदाधिकारियों का मन टटोला.
कांग्रेस हो या भाजपा हमेशा से वह अपने पारंपरिक वोट की तरफ ध्यान ही कम देती है। कांग्रेस मुस्लिम वोट को लेकर आश्वस्त रहती है तो भाजपा को मराठी वोट पर भरोसा होता है। ऐसे में कई बार दोनों ही पार्टी अपने पारंपरिक वोट की तरफ कम ही ध्यान देती है। अब इन समाजों में युवा वर्ग अनदेखी से नाराज होकर अब अपनी परंपरा को तोड़ रहा है। युवा प्रत्याशी को देखकर वोट देने लगे हैं या फिर नोटा का उपयोग कर रहे हैं। रितेश पाल और सुधीर पंडित की रिपोर्ट
वैश्य समाज: अपेक्षानुरूप मौका नहीं
आबादी : 2,50,000

मतदाता : 1,69,000
कांग्रेस
वैश्य समाज से जुड़े हुए कांग्रेस के नेता जिनमें रमेश खंडेलवाल, कमलेश खंडेलवाल, शैलेष गर्ग, अरविंद बागड़ी, मधुसूदन भल्लिका, विवेक खंडेलवाल आदि हैं। ये सभी समाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहते हैं।
भाजपा
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, नगराध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा, सुदर्शन गुप्ता, गोविंद मालू, गोपाल मालू, गणेश गोयल, राजेश, रामदास गर्ग, वैश्य समाज से हैं, जो न सिर्फ सामाजिक बल्कि राजनीति में भी सक्रियता से भाग लेते हैं।
वोटों का समीकरण
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, नगराध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा, सुदर्शन गुप्ता, गोविंद मालू, गोपाल मालू, गणेश गोयल, राजेश, रामदास गर्ग, वैश्य समाज से हैं, जो न सिर्फ सामाजिक बल्कि राजनीति में भी सक्रियता से भाग लेते हैं।

बोहरा समाज

आबादी : 35,000
मतदाता : 22,000
कांग्रेस : जौहर मानपुरवाला, मजहर हुसैन सेठजीवाला समेत कई नेता सक्रिय हैं।
भाजपा: हैदर अली महूवाला को पार्षद का टिकट दिया था।
सबसे अधिक मतदाता इंदौर-4 में 14 हजार और राऊ में 5 हजार हैं। व्यापार से जुड़े वर्ग को प्रदेश में एक भी टिकट नहीं दिया गया है।
मुस्लिम समाज: प्रतिनिधित्व की दरकार
आबादी : 5,00,000
मतदाता :2,70,000
कांग्रेस
इकबाल खान, शेख अलीम, फौजिया अलीम, अयाज बेग, अनवर दस्तक, अंसाफ अंसारी, अनवर कादरी, अयाज गुड्डू, रफीक खान, मेहमूद कुरैशी, मंजूर बेग, रमीज खान, अफसर पटेल सहित कई नेता मुस्लिम आबादी में काम कर रहे हैं।
भाजपा
खुरासान पठान, सद्दाम पठान, कमालभाई, इनायत हुसैन, उस्मान पटेल, रज्जाक पटेल, सलीम मंसूरी, मंजूर अहमद, नासिर खान, मुबारिक खान सहित अन्य नेता पार्टी की विचारधारा को लगातार जनता के बीच ले जाने का काम करते हैं।
वोटों का समीकरण
इंदौर-3, इंदौर-4 और इंदौर-5 के साथ ही राऊ और महू में भी मुस्लिम समाज का काफी बड़ा हिस्सा रहता है। विधानसभा राऊ और इंदौर-3 पर ये सीधा असर डालते हैं।

indore
मराठी समाज: शिक्षित परिवारों की संपदा
आबादी : 7,०0,००0
मतदाता : 3,50,००0
कांग्रेस
कांग्रेस के मराठी नेता रमेश घाटे, चंद्रकांत कुंजीर, विलास विभांडिक आदि लगातार मराठी समाज के क्षेत्रों में जाकर जनता से संपर्क साध रहे हैं। मराठी मतदाताओं को कांग्रेस के पक्ष में मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
भाजपा
भाजपा के पास मराठी नेताओं की लंबी फौज है। इनमें लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, कृष्णमुरारी मोघे, शकुंतला बापट, पद्मा भोजे सहित आठ पार्षद, जिनमें चंदू शिंदे, सुधीर देडग़े, विनीता धर्म आदि शामिल हैं।

वोटों का समीकरण
मराठी भाषी वोटरों की आबादी राऊ, इंदौर-4, इंदौर-3 और इंदौर-2 में बड़ी संख्या में रहती है। इन क्षेत्रों के परिणामों पर मराठीभाषी काफी असर डालते हैं।
सिंधी समाज: इंदौर-1 व 4 में बहुलता में
आबादी : 2,50,000
मतदाता : 2,00,000
कांग्रेस
काग्रेस से प्रीतम माटा इंदौर-4 से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे, लेकिन उन्हें भी टिकट नहीं मिला। उनके अलावा अनिल फतेहचंदानी, मुकेश सचदेव, लखन पुरस्वानी सहित कई नेता हैं जो सामाजिक स्तर पर और पार्टी में लगातार सक्रिय हैं।
भाजपा
आइडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी भी टिकट की दौड़ में थे, लेकिन उन्हें भी टिकट नहीं मिला। उनके अलावा जवाहर मंगवानी, विजय मालानी, गुलाब ठाकुर, लता पुरस्वानी, कंचन गिदवानी आदि कई नेता हैं जो पार्टी में सक्रिय हैं।
वोटों का समीकरण
इंदौर-4 में सिंधी समाज की बड़ी आबादी रहती है। इसके अलावा इंदौर-3 और इंदौर-1 में भी समाज का बड़ा वर्ग रहता है। ये यहां भी असर डालते हैं।

indore
ईसाई समाज
आबादी : 32,000
मतदाता : 22,000
कांग्रेस : शोभा थामस ओझा महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही हैं।
भाजपा: प्रिंस योहाना भाजपा में आने से पहले पार्षद का चुनाव लडे हैं। सुधीर पॉल भी सक्रिय। सबसे अधिक दो नंबर में 2 हजार और 5 में 1500 से अधिक मतदाता हैं। प्रदेश में दोनों दलों में एक भी टिकट नहीं दिया।
राजपूत समाज: एट्रोसिटी एक्ट का विरोध
आबादी : 7,००,००0
मतदाता :4,5०,००0
कांग्रेस
इंदौर-2 से मोहन सेंगर और अंतरसिंह दरबार को महू से प्रत्याशी बनाया है। इनके अलावा दीपक राजपूत, हरिओम ठाकुर, धीरजसिंह चौहान, भगवानसिंह चौहान आदि कई नेता हैं, जो पार्टी में सक्रिय तौर पर काम कर रहे हैं।
भाजपा
महू प्रत्याशी उषा ठाकुर, कंचनसिंह चौहान, देवराजसिंह परिहार, बाबूसिंह रघुवंशी, अजयसिंह नरूका, सोनू राठौर, मुकेशसिंह राजावत, राजेश उदावत, जितेंद्रसिंह बुंदेला आदि कई नेता पार्टी और समाजिक स्तर पर भी काम कर रहे हैं।

वोटों का समीकरण
मुख्य रूप से राऊ, महू और इंदौर-5 के साथ ही इंदौर-2 में राजपूत-ठाकुर समाज की बहुलता है। ठाकुर समाज के लोग एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में अपनी ताकत दिखा चुके हैं।
ब्राह्मण समाज: प्रभावशाली आबादी
आबादी : 3,00,000
मतदाता : 2,00,000
कांग्रेस
कांग्रेस ने इंदौर-1 से संजय शुक्ला और इंदौर-3 से अश्विन जोशी को टिकट दिया है। कृपाशंकर शुक्ला पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। इसके अलावा केके मिश्रा, भंवर शर्मा, अनिल शुक्ला, पिंटू जोशी, रोहित जोशी, अनूप शुक्ला आदि नेता हैं।
भाजपा
भाजपा ने इंदौर-2 से रमेश मेंदोला को टिकट दिया है। इनके अलावा सत्यनारायण सत्तन, विष्णुप्रसाद शुक्ला, उमेश शर्मा, बब्लू शर्मा, डॉ. उमाशशि शर्मा, कैलाश शर्मा, के अलावा कई पार्षद भी हैं, जिनमें मनोज मिश्रा, चंदा वाजपेयी आदि हैं।
वोटों का समीकरण
इंदौर-4 और इंदौर-1 और इंदौर-2 में ब्राह्मण वोटर की बड़ी आबादी है। इसके अलावा इंदौर-5 और इंदौर-3 में भी ब्राह्मण वोट काफी प्रभाव डालते हैं।

गुजराती समाज: पूरे शहर में प्रभाव
आबादी : 40,000
मतदाता : 32,000
कांग्रेस
गुजराती समाज के महामंत्री पंकज संघवी टिकट के दावेदार थे, लेकिन टिकट नहीं मिला। पूर्व में वे चुनाव लडक़र हार चुके हैं। उनके अलावा प्रेम खड़ायता, अंकित खड़ायता, नीलेश पटेल पार्टी और समाज दोनों स्तर पर काम कर रहे हैं।
भाजपा
पूर्व कोषाध्यक्ष उन्मेद त्रिवेदी के निधन के बाद पार्टी में गुजराती समाज के किसी नेता को बड़ी पोस्ट नहीं मिली है। हालांकि समाज में कमलेश त्रिवेदी, ज्योति ठक्कर, हैप्पी व्यास आदि लगातार पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं।
वोटों का समीकरण
इंदौर-3 और इंदौर-5 में गुजराती समाज की बड़ी आबादी रहती है। इन विधानसभाओं के अतिरिक्त इंदौर-1 में भी गुजराती समाज से जुड़े लोग काफी असर डालते हैं।

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्रवाल्मीकि समाज
आबादी : 90,000

मतदाता : 80,000
कांग्रेस : शर्मिला धोलपुरे, अंजू टांक, दीनू बोयत, लेखराज नरवले, सुदेश डोंगरे, मुकेश झांझोट सक्रिय हैं।
भाजपा: प्रताप करोसिया, जटाशंकर करोसिया आदि नेता हैं।
जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रभाव रखने वाला समाज है।
सिख समाज: चार विस क्षेत्रों में दखल
आबादी : 1,00,000
मतदाता : 65,000
कांग्रेस
सिख समाज को चार नंबर विधानसभा से सुरजीतसिंह चड्ढा के रूप में टिकट दिया है। चड्ढा के अलावा इंदरसिंह छाबड़ा, नरेंद्र सलूजा, मनजीतसिंह टुटेजा सहित कई नेता हैं, जो बरसों से समाज के साथ राजनीति क्षेत्र में मेहनत कर रहे हैं।
भाजपा
भाजपा में बरसों से त्रिलोकसिंह वासु, मनजीतसिंह (रिंकू) भाटिया, जसबीरसिंह गांधी, मनमोहन टुटेजा, सुरेंद्रसिंह छाबड़ा, हरप्रीतसिंह सूदन, हरप्रीत बक्शी जैसे कई नेता हैं जो पार्टी से जुड़े हैं। ये सामाजिक स्तर पर भी काफी सक्रिय रहते हैं।
वोटों का समीकरण
सिख समाज इंदौर-2, इंदौर-4 और राऊ के चुनाव परिणामों को प्रभावित करने में सक्षम है। समाज की एक बड़ी आबादी इंदौर-5 को भी प्रभावित करती है।

जैन समाज: वर्चस्व रखते हैं समाजजन
आबादी : 1,80,000
मतदाता : 90,000
कांग्रेस
कांग्रेस के शहर कार्यवाहक अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, सुरेश मिंडा, विपिन खुजनेरी. सुरेंद्र जैन, अखिलेश जैन, नकूल पाटोदी, जिनेश झांझरी, संजय बाकलीवाल, सुनील गोधा जैसे कई नेता हैं, जो पार्टी और समाज में भी काफी सक्रिय रहते हैं।
भाजपा
पार्षद दीपक जैन (टीनू), भाजपा नगर उपाध्यक्ष जयदीप जैन, मनोज काला, सुधीर जैन, सहित कई नेता हैं जो भाजपा में सक्रिय सदस्य हैं। इसके साथ ही सामाजिक स्तर पर भी लगातार सक्रिय रहते हैं।
वोटों का समीकरण
मुख्यत: इंदौर-1, इंदौर-3, इंदौर-4 और इंदौर-5 को जैन समाज सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। समाज की बड़ी आबादी इन्हीं विधानसभा क्षेत्रों में रहती है।

मतदाताओं पर ही छोड़ा फैसला
-टिकट नहीं मिलने से दोनों पार्टियों से समाज के लोगों में नाराजगी है। मतदाताओं पर ही मतदान का निर्णय लेने पर छोड़ा है। समाज की बैठक में आगे कुछ निर्णय
लिया जाएगा।
किशोर गोयल, अग्रवाल समाज
15 टिकट तो मिलना ही चाहिए थे
-मुस्लिम समाज का वोट प्रतिशत गिर रहा है। प्रदेश में 87 लाख जनसंख्या है और कम से कम 15 टिकट देना चाहिए। समाजजन को हर हालत में अपने मताधिकार का उपयोग करना चाहिए।
डॉ. इशरत अली, शहर काजी, मुस्लिम समाज
बैठक के बाद ही होगा कोई निर्णय
-आमतौर पर समाज का रुख भाजपा की तरफ ही होता है। व्यक्तिगत निष्ठा का कुछ नहीं कह सकते। संघ को लेकर कांग्रेस की बयानबाजी से नाराजगी है। फिलहाल समाज ने कुछ निर्णय नहीं लिया है।
जयंत भिसे, मराठी समाज
सामूहिक निर्णय कभी नहीं लेते
-मतदाता का निजी अधिकार है। सिख समाज तो हमेशा से विकास के साथ रहा है। हम तो हमेशा से देशहित को लेकर ही काम करते रहे हैं। समाज ऐसा सामूहिक निर्णय कभी नहीं लेता है।
मंजीतसिंह भाटिया, सिख समाज
-भाजपा वैसे तो जातिगत आधार पर कभी भी बंटवारा नहीं करती है। चुनावों में टिकट देना हो या पार्टी में पद सभी मेरिट के आधार पर ही दिया जाता है। पार्टी में सभी कार्यकर्ता होते हैं। भाजपा जहां भी और जब भी सत्ता में आई है तब हर जगह समान दृष्टिकोण से काम किया। भाजपा के घोषणा पत्र में भी किसी एक के विकास की योजना नहीं होती है। हमारे यहां पर सभी कार्यकर्ता भी इसी भावना से काम करते हैं।
– गोपीकृष्ण नेमा, भाजपा नगराध्यक्ष
पार्टी नहीं उम्मीदवार पर करेंगे फैसला
-समाज अच्छे आदमी को देखकर ही मतदान करेगा। किसी भी पार्टी को कोई समर्थन नहीं है। लोकतंत्र में सभी को अपने मत के स्वतंत्र उपयोग का अधिकार है, इस संबंध में समाज कोई निर्णय नहीं लेता है।
बिशप चाको, ईसाई समाज
टिकट नहीं मिलने से है नाराजगी
-सिंधी समाज को हमेशा से दूर रखा जाता है। टिकट मांगना हमारा अधिकार है। वैसे प्रत्याशी को देखकर ही हम वोटिंग करेंगे। टिकट नहीं देने से राजनीतिक पार्टियों से नाराजगी तो है। बैठक बुलाएंगे।
दयाल ठाकुर, सिंधी समाज
मतदान के लिए कोई बैठक नहीं की
-हमारा समाज कोई फतवा जारी नहीं करता है। पूरा शिक्षित समाज है और सभी अपने मतदान का अधिकार जानते हैं। मतदान को लेकर बैठक भी नहीं बुलाई
गई है।
मजहर हुसैन सेठजीवाला, बोहरा समाज
दोनों पार्टी के शहर अध्यक्ष समाज के
दोनों पार्टियां सम्पर्क में हैं। वैसे कांग्रेस के शहर अध्यक्ष हमारे समाज से हैं। समाज ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। आगामी दिनों में समाजजन के साथ बैठकर विचार करेंगे।
राजकुमार पाटोदी, जैन समाज
-हम पिछड़े लोगों को आगे लाने का काम करते रहे हैं। हमारी पार्टी के वचनपत्र में सभी वर्गों के लिए चाहे वो अल्पसंख्यक हों, सिंधी समाज के लोग हों या फिर समाज में सबसे पीछे माने जाने वाले आदिवासी वर्ग के नेता हों सभी के लिए स्थान रखा गया है। वचनपत्र में सामान्य वर्ग के लिए भी योजना हमने रखी है, ताकि सामान्य वर्ग के जो लोग पिछड़ गए हैं, उन्हें भी मुख्यधारा में रखा जाए। हमारे सभी कार्यकर्ता जहां उनका होल्ड है वहां पर काम कर रहे हैं।
– विनय बाकलीवाल, कार्यवाहक अध्यक्ष, शहर कांग्रेस
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