शिकायत सुनने के बाद अपर कलेक्टर राजेश राठौर ने महिला के पति को फोन लगाया, लेकिन कॉल नहीं लगा। इसके बाद महिला की आर्थिक सहायता करने के लिए बैंक अकाउंट की जानकारी ली गई और फैमिली कोर्ट में केस दर्ज करवाने की समझाइश दी। महिला ने बताया,बच्ची का आधार कार्ड नहीं होने से स्कूल में एडमिशन नहीं हो पा रहा है तो उन्होंने तुरंत आधार कार्ड बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा भी दर्जनों पीड़ित शिकायत लेकर पहुंचे।
मकान के फर्जी दस्तावेज बनाकर लगाया कोर्ट केस
टिगरिया बादशाह निवासी तेजराम बामनिया ने अपनी शिकायक में बताया, मेरे मकान के फर्जी दस्तावेज बनवाकर रवि बामनिया ने उसे अपना बताकर कोर्ट में केस लगा दिया है। रवि और उसके साथियों ने मेरे मकान पर लगे ताले को तोड़कर अवैध रूप से उस पर कब्जा करने का प्रयास किया। इसकी शिकायत बाणगंगा थाने में की थी, पुलिसकर्मियों पक्षपात रवैया अपनाकर रवि का भी ताला लगा दिया।
अब आए दिन मेरे परिजनों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसी तरह आदर्श इंदिरा नगर निवासी 77 वर्षीय ज्ञानीबाई ने शिकायत में बताया कि मेरा छोटा बेटा धर्मेंद्र मुझे घर से निकालने की धमकी दे रहा है। वह आए दिन मुझसे मारपीट करता है। उसने बड़े बेटे पर भी जानलेवा हमला किया। हमने छत्रीपुरा थाने में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
भोपाल में प्लॉट दिलवाने के नाम पर लिए 5 लाख रुपए
मालवा मिल निवासी गीता ने नानेरिया ने अपनी शिकायत में बताया कि साल 2020 में वेदांत रोकड़े ने भोपाल में प्लॉट दिलवाने के नाम पर 5 लाख रुपए ले लिए। उक्त ने प्लाट की फर्जी नोटरी भी दे दी जिसके बाद जब मैंने रजिस्ट्री की बात कही तो वह टालता रहा। इसकी शिकायत तेजाजी नगर थाने लेकिन सुनवाई नहीं हुई।