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फर्नीचर क्लस्टर को कैबिनेट की हरी झंडी मिलते ही प्लास्टिक क्लस्टर का भी रास्ता साफ

locationइंदौरPublished: Oct 14, 2021 03:27:25 pm

– धार और पीथमपुर के बीच 140 एकड़ में क्लस्टर की तैयारी
– 65 निवेशक 400 करोड़ का निवेश करने को तैयार, क्लस्टर के लिए एसवीपी भी तैयार
 

फर्नीचर क्लस्टर को कैबिनेट की हरी झंडी मिलते ही प्लास्टिक क्लस्टर का भी रास्ता साफ

फर्नीचर क्लस्टर को कैबिनेट की हरी झंडी मिलते ही प्लास्टिक क्लस्टर का भी रास्ता साफ

विकास मिश्रा, इंदौर

शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर छोटी बेटमा की 190 हेक्टेयर जमीन पर प्रदेश के पहले फर्नीचर क्लस्टर को कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद अब प्लास्टिक क्लस्टर का रास्ता भी साफ हो गया है। धार और पीथमपुर के बीच करीब 140 एकड़ जमीन पर क्लस्टर तैयार किया जाएगा। पहले यह छोटी बेटमा में ही बनना था, लेकिन अब इसके लिए शहर के करीब जमीन देखी गई है। प्लास्टिक क्लस्टर के लिए तैयार की गई निर्माण कंपनी (एसपीवी) को जमीन भी दिखा दी गई है और अनौपचारिक रूप से सहमति भी बन गई है। दशहरे के बाद जमीन पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। प्लास्टिक क्लस्टर में शहर और आसपास के 65 उद्योगपति 400 करोड़ रुपए निवेश करने को तैयार हैं। सभी ने अपनी लिखित सहमति सरकार को दे दी है। इसके अलावा देश के अन्य हिस्सों से जुड़े 110 उद्योगपतियों ने भी प्रारंभिक सहमति दी है।
10 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

एसपीवी के साथ ही इंदौर प्लास्टिक क्लस्टर एसोसिएशन का भी गठन हो चुका है। सचिव सचिन बंसल ने बताया, क्लस्टर को लेकर कागजी खानापूर्ति लगभग हो चुकी है। 140 एकड़ में करीब 100 उद्योग स्थापित किए जाएंगे। क्लस्टर शुरू होने के बाद करीब 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। हमने सरकार को 65 निवेशकों की सूची दी है। मिलेगा 400 करोड़ का जीएसटीप्लास्टिक क्लस्टर तैयार होन से सरकार को हर वर्ष मिलने वाले जीएसटी में करीब 400 करोड़ रुपए का इजाफा होगा। प्लास्टिक उद्योग की बात करें तो इंदौर संभाग में छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 6 हजार फैक्ट्रियां हैं। हर महीने इनसे 1200 करोड़ का टर्न ओवर है। प्लास्टिक क्लस्टर में प्रदेश के अलावा देश के बाहर की कुछ बड़ी कंपनियां भी निवेश करने की तैयारी कर रही हैं।
जमीन को लेकर निर्णय होना है

इंदौर के पास फर्नीचर क्लस्टर को कैबिनेट से हरी झंडी मिल गई है। प्लास्टिक क्लस्टर को लेकर भी तैयारी पूरी है। एपीवी का गठन किया जा चुका है। धार और पीथमपुर के बीच जमीन को लेकर निर्णय होना है। 400 करोड़ के प्रारंभिक निवेश प्रस्ताव भी मिले हैं।ओमप्रकाश सकलेचा, एमएसएमई मंत्री

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