पंढरीनाथ पुलिस के मुताबिक आयकर विभाग से रिटायर्ड छत्रीबाग निवासी 80 वर्षीय रामचंद्र कुछ दिन पहले अपने घर से लापता हो गए। परिजन ने उनकी तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। करीब तीन दिन पहले पत्नी के भाई पुलिसकर्मी अनिल के पास एक कॉल आया। कॉल में बताया गया कि रामचंद्र को पेटलावद में रंगरेज गली में किसी ने बंधक बना रखा है। हेड कांस्टेबल अमरसिंह व साथी ने वहां दबिश दी और रामचंद्र को रिहा करवा लिया।
पड़ोसी के घर पर फेंका पत्र पूछताछ में खुलासा हुआ उन्होंने जिस महिला से शादी की थी उसके पति की मौत हो चुकी है। समाज के कार्यक्रम के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। रामचंद्र के पास करोड़ों की प्रॉपर्टी है। शादी के बाद वह उनका मकान अपने नाम करवाना चाहती थी। दोनों ने आर्य समाज में शादी की थी। रामचंद्र ने बताया कि उसे घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था। कुछ दिन पूर्व उन्होंने एक पत्र लिखा और पड़ोसी के घर में फेंक दिया। पड़ोसी ने पत्र में लिखे नंबर पर कॉल कर अनिल को पूरी घटना बता दी। बुजुर्ग को परिजन के सुपुर्द कर दिया है। इधर दूसरी ओर महिला ने कहा कि रामचंद्र की तबीयत खराब रहती है, इसलिए बाहर आने जाने पर पाबंदी लगा दी थी।