scriptआनंददायी होती है परमात्मा की वाणी | The worship of God is done both in the form of nirguna and saguna. | Patrika News

आनंददायी होती है परमात्मा की वाणी

locationइंदौरPublished: Jul 19, 2019 04:46:20 pm

चातुर्मास : चंदा प्रभु मांगलिक भवन में प्रतिक्रमण के साथ ही विभिन्न उपासनाओं का दौर

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आनंददायी होती है परमात्मा की वाणी

इंदौर. परमात्मा की वाणी योजन गामिनी होती है। जिस प्रकार जल की धारा जब शरीर पर पड़ती तो सभी को अच्छी लगती उसी तरह परमात्मा की वाणी जीवन कानों पर पड़ती है तो सुख की अनुभूति देती है। हृदय को आनंदित कर देती है। कर्म की निर्जरा और पुण्य का उपार्जन ये दोनों अलग अलग बातें हैं।

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गुरुवार को यह बात तिलकनगर में चातुर्मास में विराजित जैनाचार्य देवेश ऋषभचंद्र सूरीश्वर महाराज ने तिलक नगर स्थित राजेंद्रसूरी आराधना भवन के प्रवचन हाल में अपने चातुर्मासिक प्रवचन श्रंखला के चौथे दिन श्रावक श्राविकाओं को संबोधित करते हुए कही। आपने कहा भगवान की उपासना निर्गुण ओर सगुण दोनों प्रकार से की जाती है। सगुण उपासना में उपासक भगवान की प्रतिमा के सम्मुख होकर उपासना करता है जबकि निर्गुण आंखें बंद कर उपासना करते हैं।

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जब मनुष्य का शरीर उत्पन्न होता है तो उसमें समय के अनुसार परिवर्तन होते रहते हैं, शरीर में विराजित आत्मा का स्वरूप वही रहता है। संसार मे समय परिवर्तनशील है। हमारे जीवन में समय सदैव एक सा नहीं रहता है। आज सुख है तो कल दुख का सामना भी होता है।

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इनामी ड्रॉ भी

आचार्य देवेश ऋ षभ चन्द्र जी आदि ठाना की निश्रा में चातुर्मास के दौरान चंदा प्रभु मांगलिक भवन में प्रतिक्रमण के साथ ही श्रावक श्राविकाओं द्वारा की जा रही विभिन्न उपासनाओं का दौर जारी है। प्रवचन के पश्चात इनामी कूपन के ड्रा भी प्रतिदिन खोले जा रहे हैं। प्रवचन में जयसिंह जैन, कांतिलाल बम, आनंदीलाल अम्बोर सहित बड़ी संख्या में समाजजन थे।

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चातुर्मास मंगल कलश स्थापना 21 को

नेमी नगर जैन कॉलोनी में उपाध्याय विप्रणत सागर ससंघ का पावन चातुर्मास होगा। प्रचार मंत्री मनोज टोंग्या ने बताया, कलश स्थापना 21 जुलाई को नेमीनाथ देशना मंडप, दिगंबर जैन मंदिर प्रांगण में दोपहर 2 बजे करेंगे। महाराज शुक्रवार को सुबह 6.30 बजे मोदीजी की नसिया मल्हारगंज से नेमीनगर की और मंगल विहार करेंगे। संत को शोभायात्रा के साथ लेकर आएंगे।

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