स्वास्थ्य विभाग के शुक्रवार रात जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार कोरोना संक्रमण के नए 29 मरीज आए हैं। इनके साथ सक्रिय मरीजों की संख्या 100 पर पहुंच गई है। लंबे समय बाद शहर में सक्रिय मरीज 100 तक पहुंचे हैं। हालांकि इनमें से अधिकतर होम आइसोलेशन में हैं और सामान्य उपचार से स्वस्थ हो रहे हैं। 13 मरीज कोरोना को हराकर स्वस्थ भी हुए हैं।
विभाग अलर्ट इधर स्वास्थ्य विभाग अब चिंतित होने लगा है। सीएमएचओ डॉ. बीएस सेतिया ने बताया कि हम अचानक बढ़ रहे मरीजों से चिंतित हैं, जबकि शहर में टेस्टिंग कम हो रही हैं। मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है, इसीलिए शहर में अब 25 टीम सैंपलिंग के लिए उतारी जा रही हैं यानी टीमें बढ़ाई जा रही हैं
प्रत्याशित रूप से वृद्धि चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. दीपक बंसल के मुताबिक कुछ दिनों में सर्दी, खांसी, गले में दर्द के मरीजों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। राहत की बात है कि इनमें से अधिकतर मरीजों की कोरोना सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कोरोना नहीं पाया गया है। वैसे तो रुटीन ट्रीटमेंट में सर्दी, खांसी तीन-चार दिन में ठीक हो जाती थी, लेकिन अभी नहीं हो रही। लोगों को 103 डिग्री तक बुखार आ रहा है। इंजेक्शन लगाने की जरूरत पड़ रही है। दस से 15 दिन तक खांसी, गले का दर्द नहीं जा रहा। हम इसे चौथी लहर की आहट कह सकते हैं। सावधानी रखना जरूरी है। कोविड प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए।
पहली बार प्री मानसून में डॉ. बंसल ने कहा कि नार्मल फ्लू का ट्रेंड देखने में आया है, वह हमेशा पोस्ट मानसून के समय पर आता है, लेकिन प्री मानसून के समय इस प्रकार से अप्रत्याशित रूप से मरीजों की संख्या में वद्धि नहीं होती है। इस बार जो देखने को मिल रहा है, वह निश्चित ही अलग तरीके का वायरस है । पता नहीं कोरेाना वायरस है या उसका कोई स्ट्रेन है। या फ्लू का कोई अलग प्रकार का वायरस है। यह वायरल इंफेक्शन है। सेल्फ आइसोलेशन और टेस्ट की जरूरत है।