महिला सूबेदार का हुआ तबादला
(14 अप्रैल 2019)
राजीव गांधी चौराहे के पास तत्कालीन मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के पार्षद भतीजे अभय वर्मा को ट्रैफिक पुलिस की महिला सूबेदार ने रोका। अभय पर गाड़ी चलाते हुए मोबाइल फोन पर बात करने का आरोप था, जबकि अभय ने रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। चेकिंग प्रभारी महिला सूबेदार सोनू वाजपेयी से विवाद हुआ। मंत्री के भतीजे ने तबादला कराने की धमकी दी। 2 महीने बाद सोनू वाजपेयी का छतरपुर तबादला हो भी गया। सूबेदार ने कोर्ट की शरण ली तो तबादला रुका।
बात नहीं मानी तो कर दिया लाइन अटैच
(3 अप्रैल, 2019)
राजबाड़ा चौक पर चेकिंग के दौरान सूबेदार अरुणसिंह का कांग्रेस नेता अखिलेश जैन से विवाद हुआ था। आरोप था कि कांग्रेस नेता चालान नहीं बनाने का दबाव बना रहे थे लेकिन सूबेदार ने बात नहीं मानी। इस विवाद का असर रहा कि सूबेदार अरुणसिंह को तत्कालीन एसएसपी रुचिवर्धन सिंह ने लाइन अटैच कर दिया। सूबेदार को तनाव प्रबंधन की ट्रेनिंंग के नाम पर हटाया गया, जबकि मुख्य कारण कांग्रेस नेता की बात नहीं मानना था।