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भाजपा विधायक की मौजूदगी में महिलाओं को बांटी साडि़यां मानसून इस साल देर से आया, लेकिन दुरुस्त आया। प्रदेश में नदी-तालाब लबालब हो चुके हैं। शहर के भी हालात कुछ ऐसा ही हैं। पिछले वर्षों से बारिश की स्थिति अच्छी रही है। पिछले साल अब तक 20 इंच ही बारिश हुई थी। इस साल देखें तो आंकड़ा 29.6 इंच पार चुका है, यानी 50 प्रतिशत ज्यादा पानी शहर को मिल चुका है। रविवार 18 अगस्त तक होने वाली औसत बारिश को भी देखें तो 22 इंच के मुकाबले यह 40 प्रतिशत अधिक है। शहर के आसपास तालाबों की स्थिति भी बेहतर है। यशंवत सागर और सिरपुर तालाब लबालब हो गए हैं, जबकि अन्य तालाब जो पिछले साल तक एक तिहाई भरे थे, उनमें भी अब पानी झकोले ले रहा है, लेकिन क्षमता के मुकाबले आधे भी नहीं भरे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दो-तीन दिन ऐसा ही बारिश होती रहेगी दो-तीन दिन के बाद अच्छा सिस्टम बनने के संकेत मिल रहे हैं। इसमें भादो जैसी झड़ी की उम्मीद है।
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पुलिस अधीक्षक की गाड़ी से निकला सांप, मची अफरा-तफरी द्रोणिका दगा नहीं देती तो पूरा हो जाता कोटा मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगस्त में अच्छे मानसूनी सिस्टम बने। खासकर बंगाल की खाड़ी से प्रदेश की ओर अच्छा पानी आया। इंदौर सहित पश्चिम मप्र में भी अच्छी बारिश की संभावना देखी गई। बदरा बरसे भी, लेकिन इंदौर को इसका पूरा लाभ नहीं मिल सका। इसकी वजह सिस्टम बनते ही हवा की गति बढऩे से द्रोणिका ऊपर की ओर चली गई, परिणाम यह रहा कि उत्तर-पूर्वी और निचले पश्चिमी हिस्से को तरबतर कर दिया। दोनों ही बार बारिश मिली, लेकिन रुक-रुक कर हुई जबकि सिस्टम के अनुरूप पानी तेज बरसना चाहिए था। यदि सब कुछ ठीक रहता तो औसत कोटा अब तक पूरा हो जाता। अभी मानसून के 43 दिन बचे हैं। अगस्त में होने वाली बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। सितंबर में औसत 12 इंच बारिश होती है।
इस सीजन की बारिश
अब तक – 29.6 इंच
जून में – 4 इंच
जुलाई में – 14.4 इंच
18 अगस्त तक – 11.3 तालाबों की स्थिति
तालाब क्षमता 2018 2019
यशवंत सागर 19 18 19.3
बड़ा बिलावली 34 15 18.0
छोटा बिलावली 12 00 00
बड़ा सिरपुर 16 7.10 13.9
छोटा सिरपुर 13 8.10 12.8
पिपल्यापाला 22 8.0 13.0
लिंबोदी 16 00 4.5
पिपल्याहाना, निहालपुर मुंडी, राऊ फूटा तालाब, बिजलपुर, तलावली चांदा, निपानिया मापन में नहीं हैं।