सरकार ने समय- समय पर गरीबों को अपना जीवन व्यापन करने के लिए पट्टे पर जमीनें आवंटित की थी ताकि वे खेती बाड़ी करके अपने परिवार का पेट पाल सके। समय के साथ में जमीन कीमती हो गई जिस पर जमीन के जादूगरों की निगाह पड़ी। इसके बाद कोडिय़ों के दाम पर पट्टे की जमीन खरीदकर नामांतरण का खेल चला।
सिमरोल के चिखली गांव का ऐसा ही एक मामला इन दिनों कलेक्टर निशांत वरवड़े की अदालत में चल रहा है। पटवारी सचिन मीणा की रिपोर्ट पर तहसीलदार मनीष श्रीवास्तव ने जमीन को सरकारी घोषित कराने का आवेदन किया। अब जमीन को सरकारी करने की रिपोर्ट देने वाले पटवारी मीणा को धमकी मिल रही है।
इसके चलते उसने आईजी, डीआईजी सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को शिकायत करने के साथ मदद की गुहार लगाई है। उसका कहना है कि मेरे और परिवार के साथ कोई भी घटना व दुर्घटना हो सकती है। इधर, पटवारी की शिकायत के बाद महू तहसीलदार ने भी ग्रामीण एएसपी को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के लिए लिखा है।
ये है शिकायत
मीणा ने बताया कि १० सितंबर को दोपहर १२.४५ बजे सिमरोल तहसील में कोई शख्स मेरे बारे में पूछ रहा था। वह खुद को एक अखबार के साथ जमीन मालिक का व्यक्ति बताते हुए कह रहा था कि सरकारी जमीन की जानकारी जिसने दी है, उसे मैं देख लूंगा। पूछ रहा था कि उसके परिवार में कौन- कौन है? उस दिन मैं दोपहर में महू तहसील में था, तब वह शख्स वहां आ गया।
मीणा ने बताया कि १० सितंबर को दोपहर १२.४५ बजे सिमरोल तहसील में कोई शख्स मेरे बारे में पूछ रहा था। वह खुद को एक अखबार के साथ जमीन मालिक का व्यक्ति बताते हुए कह रहा था कि सरकारी जमीन की जानकारी जिसने दी है, उसे मैं देख लूंगा। पूछ रहा था कि उसके परिवार में कौन- कौन है? उस दिन मैं दोपहर में महू तहसील में था, तब वह शख्स वहां आ गया।
उसका कहना था कि वह शेख युनूस का आदमी हूं। मेरा नाम सलाम खान है और उज्जैन में रहता हूं। तूने हमारे बोस को गलत रिपोर्ट लगाकर उलझाने की कोशिश की है। तब मेरा कहना था कि मैंने जो सही था, वही रिपोर्ट दी है। गलत काम करने का कहा था, वह नहीं किया। इस पर सलाम ने गाली गलौच करते हुए अपशब्द बोलना शुरू किया। धमकी दी कि घर से अपहरण कर तेरा मर्डर कर दूंगा, किसी को पता भी नहीं चलेगा। तुझे छेड़छाड़ के झूठे केस में फंसवा दूंगा।
धमकियां देकर वह चला गया। पटवारी ने स्थिति बयान करने के बाद गुहार लगाई कि मेरे व परिवार के साथ कुछ भी घटना हो सकती है। इन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर अपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए। साथ में मेरे व परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए। मुझे जान का खतरा है। कुछ बदमाश लगातार मेरा पीछा कर रहे हैं। मेरे साथ कुछ भी होता है तो उसकी जवाबदारी सलाम खान व शेख परिवार की होगी।