scriptजन्मदिन मनाकर लौट रहे तीन दोस्तों की हादसे में मौत | Three friends killed in road accident | Patrika News

जन्मदिन मनाकर लौट रहे तीन दोस्तों की हादसे में मौत

locationइंदौरPublished: Aug 14, 2015 11:49:00 pm

तेज रफ्तार बाइक से सामने आ रही आयशर में घुसे, जेसीबी से आयशर काटकर निकाले फंसे शव

chhindwara

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इंदौर. जन्मदिन मनाकर उज्जैनी से लौट रहे तीन दोस्त सामने से आ रही आयशर में जा घुसे। इससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। आयशर के नीचे फंसे शवों को निकालने के लिए जेसीबी से आयशर के दो टुकड़े करना पड़े।

घटना नेमावर रोड पर जामनिया गांव के पास शुक्रवार शाम छह बजे हुई। एमवाय अस्पताल में पार्र्किंग का काम करने वाले राहुल (२१) पिता राजू केलकर निवासी मनोरमागंज का शुक्रवार को जन्मदिन था। उसने पार्र्किंग में साथियों के साथ केक काटा और दोपहर में घर चला गया। 

घर पर दोस्तों के साथ उज्जैनी घूमने जाने का कहकर निकला। मामेरे भाई दीपक (२१) पिता गजानंद चोड़कर निवासी रामनगर भमोरी और एक दोस्त के साथ बाइक पर उज्जैनी पहुंचा।

बाइक के दो टुकड़े हो गए
ग्रामीणों का कहना है, तीनों उज्जैनी से नहाकर नशे में बाइक पर शोर मचाते हुए तेज रफ्तार से निकले थे। घटना स्थल पर एक वाहन को ओवरटेक कर वे आयशर के सामने आ गए। आयशर चालक ने उन्हें बचाने के प्रयास में गाड़ी मोड़ी, लेकिन बाइक सीधे अगले टायर में आ गई, इससे बाइक को दो टुकड़े हो गए। बाइक के साथ तीनों आयशर में फंसकर कई फीट तक घसीटते चले गए। सड़क से उतरकर आयशर नाले में घुस गई और आधी पलट गई। शव गाड़ी के नीचे ही फंसे रहे। सूचना पर खुड़ैल टीआई वायएस सेंगर बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने क्रेन व जेसीबी की मदद से आयशर को बीच से तोड़कर शवों को बाहर निकाला और जिला अस्पताल पहुंचाया।

वृद्ध मां का इकलौता सहारा था
रिश्तेदार विकास ने बताया, दीपक के पिता और बहन की मौत के बाद वह वृद्ध मां के साथ रहता था। दीपक ऑटो सर्विस सेंटर में पेंट करने का काम करता था। राहुल दो बहनों में इकलौता भाई था। दोनों के साथ गए दोस्त की शिनाख्त देर रात तक नहीं हो पाई थी।

एमवाय में बुजुर्ग जी मौत, परिजनों ने किया हंगामा
इंदौर। एमवाय अस्पताल में आज शाम 4 बजे एक्सिडेंट के बाद लाए गए घायल बुजुर्ग दुलीचंद रेशवाल की रात लगभग 9 बजे मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। दुलीचंद के पोते सोनू रेशवाल का कहना है की शाम 4 बजे ड्रेसिंग करने के बाद डॉक्टरों ने उसके दादा का इलाज नहीं किया। वह कई बार डॉक्टरों से इलाज के लिए गुहार करता रहा। दुलीचंद की मौत के बाद परिजनों ने एमवाय अस्पताल में जमकर हंगामा किया।

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