फर्जी एडवाइजरी कंपनी से वसूले ढ़ाई लाख, तीन पुलिसकर्मी निलंबित
इंदौर. फर्जी एडवाइजरी कंपनी के संचालक को धमका कार्रवाई का डर दिखाकर करीब ढ़ाई लाख रुपए की वसूली में विजयनगर थाने कूे तीन सिपाहियों को एसपी ने निलंबित कर दिया है। मामले में लिप्तता साबित होने पर तीनों पर केस भी दर्ज हो सकता है। 10 सितंबर को विजयनगर पुलिस ने बड़ी भमोरी में ऑनलाइन एज्यूकेशन के नाम पर वहां पर फर्जी एडवाइजरी कंपनी चलाने वाले कुलदीप व रितु को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने एक महिला को शेयर निवेश में फायदा कराने का झांसा देकर दस लाख रुपए ठग लिए थे। छानबीन की तो पता चला कि कंपनी पर कुछ दिन पहले फर्जी मीडियाकर्मी पहुंंचे थे। बाद में वहां पुलिसकर्मी भी आए थे। आरोप है कि इन लोगों ने कार्रवाई का डर दिखाकर संचालक कुलदीप से ढ़ाई लाख रुपए वसूल लिए थे। टीआइ तहजीब काजी ने मामले में जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। एसपी, पूर्व आशुतोष बागरी के मुताबिक, वसूली में लिप्तता पाए जाने पर पुलिससकर्मी अंचल तिवारी, अंकुश परमार व विकास को सस्पैंड कर दिया है।मौके पर पहुंचने के बाद भी कार्रवाई नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। सीएसपी विजयनगर इनकी जांच करेंगे। जांच में लिप्तता साबित होती है तो इन्हें आरोपी भी बनाया जाएगा। पुलिस को फर्जी मीडियाकर्मी नवीन तिवारी व उसके साथियों की भी तलाश है।