लसूडिय़ा पुलिस भगवान बसंत व साथियों की तलाश कर रही है। भगवान बसंत ने खुद को मोटिवेशनल स्पीकर, इंटरप्रनोर के रूप में प्रचारित किया था। सोशल मीडिया, यू ट्यूब पर उसके लेक्चर के वीडियो जारी होते थे। भगवान ने इजी सिक्योर नाम से कंपनी बनाई थी। राशि निवेश करने पर छह माह में डबल होने का झांसा देकर करोड़ों इकट्ठा किए और फरार हो गया। जुलाई-अगस्त महीने में लोगों ने पुलिस की शरण ली। टीआइ इंद्रमणि पटेल के मुताबिक दुर्गा पगारे निवासी राजनगर की शिकायत पर भगवान बसंत, रेखा सोलंकी, निलेश चौधरी, जितेंद्र पाटीदार, ईश्वर पाटीदार, राजा राठौर के खिलाफ धोखाधड़ी व धमकाने की धाराओं में केस दर्ज किया। फरियादी का परिचय रेखा से हुआ। रेखा ने इजी सिक्योर कंपनी के बारे में बताकर मालिक भगवान बसंत से मिलवाया। भगवान ने छह माह में रुपए डबल करने का झांसा दिया। दुर्गा ने बैंक से लोन लेकर अक्टूबर 2020 में 2 लाख रुपए उसे दिए। कंपनी ने चार महीने में किस्तों में करीब 24 हजार रुपए अदा किए। इससे महिला को कंपनी पर विश्वास हो गया। बाद में उसने करीब ढाई लाख रुपए और भगवान व अन्य आरोपियों को दिए। इधर, आरोपियों ने लखनऊ की कंपनी को सस्ते सेनेटरी पैड देने का झांसा देकर 7 लाख की ठगी की। कंपनी के सुनील थावानी की शिकायत पर भी एक केस भगवान बसंत दर्ज हुआ है। वहीं, पुलिस के पास लगातार शिकायतें आ रही हैं।
ठगी में दूसरा नाम है आरोग्य मेडिकल स्टोर की चेन संचालित करने वाले कुंवर पुष्पेंद्रसिंह उर्फ केपी सिंह, भाई रुपेंद्रसिंह चौहान व अन्य। विजयनगर व लसूडिय़ा थाने के साथ ही जबलपुर के गोमती नगर थाने में करोड़ों की धोखाधड़ी के केस दर्ज हुए हैं। लसूडिय़ा में 30 अक्टूबर को केस हुआ। देवास, उज्जैन के पीडि़त भी थानों के चक्कर लगा रहे हैं। दरअसल रेडक्रास सोसायटी के साथ मिलकर कुछ साल पहले डिस्काउंट में दवा उपलब्ध कराने वाले आरोग्य स्टोर शुरू किए गए थे। बाद में केपी सिंह ने फ्रेंचाइजी व निवेश में लाभ देने का झांसा देकर अलग-अलग कंपनी के नाम से सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए झटक लिए और अब फरार हो गया। कसी ने फ्रेंचाइजी के लिए 25 लाख तो किसी ने 20 लाख रुपए अदा किए थे। अब पीडि़त अपनी राशि हासिल करने के लिए परेशान हैं।
तीसरा मामले में तुकोगंज थाने में 27 अक्टूबर को तेजकुमार छाजड़े की शिकायत पर प्रमोद सेठी, रोहन सेठी व राघव सेठी निवासी गुलमोहर एक्सटेंशन पर एक करोड़ 90 लाख की धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ। एमजी रोड की बेशकीमती जमीन पर मेगापोलिश स्क्वेयर नाम के प्रोजेक्ट में इनवेस्ट में लाभ का झांसा देकर लोगों से पैसा जमा कराया। तेजकुमार के साथ ही सुरेश गेरा, अमित दुसार, पमेश शाह, करण नारसरिया, मनोज अग्रवाल, निर्मला सिंधी, नितिन भावसार, बलवीरसिंह, रवि गुप्ता, शरद दुशाद, विनय सेरेकर, स्नेहा शाह, रोहन गेरा, देवेंद्र सुराना, सुनील सैनी, नवीन अरोरा, सुनिकेत जैन, प्रणव सिंधी, मधु पाटनी, सुरेंद्र राठौर, डॉ. एश्वर्या जैन, आलोक अजमेरा, निकेश जैन, अनिल सैनी, प्रवीण सैनी, मधुसूदन झंवर से ठगी की गई जो करोड़ों मेें है। तीनों बाप-बेटे फरार हैं।
धोखाधड़ी के मामलों में कई लोग पीडि़त हैं। तीनों मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीमें लगाई है, इनाम भी घोषित किया है। लोग परेशान हैं। जल्द ही सभी को गिरफ्तार करेंगे,ताकि पीडि़तों को न्याय मिल सके।