नागरिकता संशोधन कानून पर जनजागरण के लिए आरएसएस के अभियान के तहत इंदौर में भी १२ जनवरी को भारत रक्षा मंच के बैनर तले तिरंगा यात्रा निकाली जाने वाली है। संघ के सभी अनुषांगिक संगठन पूरी ताकत से लगे हुए हैं। यात्रा को लेकर भाजपा भी खासी गंभीर है। कल पार्टी के बड़े नेताओं ने जमीनी काम संभाल लिया।
सांसद शंकर लालवानी ने दो और राऊ विधानसभा में बैठकें लीं तो एक नंबर में कृष्णमुरारी मोघे, तीन में जीतू जिराती, चार में डॉ. उमाशशि शर्मा, पांच में बाबूसिंह रघुवंशी ने संगोष्ठी की। संभागीय संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा ने युवाओं को इक_ा करने के लिए दो अलग-अलग विंग बनार्इं हैं। खेल संगठन, जिम व अखाड़ों का काम नगर महामंत्री मुकेश सिंह राजावत को दिया है, तो कॉलेज और कोचिंग क्लास की व्यवस्था नगर मंत्री गोलू शुक्ला को सौंपी गई है।
राजावत ने कल कई खेल संगठन, जिम और अखाड़ों से संपर्क किया। आज शाम ४ बजे चिमनबाग के लकी वंडर स्पोर्ट केयर में बड़ी बैठक बुलाई गई है। इसी प्रकार शुक्ला व गोविंद पंवार ने भंवरकुआं स्थित होस्टलों में संपर्क किया। इसके अलावा कॉलेज कैम्पसों में भी अभियान चलाया जाएगा।
बैठक पर मोर्चा का फोकस
चावड़ा ने युवा मोर्चा की भीड़ के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव रणदिवे व मनस्वी पाटीदार को जिम्मेदारी सौंप दी है। २५ पदाधिकारियों की सौ से अधिक कार्यकर्ताओं वाली बैठक कराने के लिए दोनों ही नेता लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। रणदिवे प्रयास कर रहे हैं कि मोर्चा की उपस्थिति यात्रा में अलग से नजर आए।
मोघे ने बताया इतिहास
मोघे ने एक नंबर विधानसभा के वार्डों में बैठकें की, जिसमें प्रदेश प्रवक्ता जेपी मूलचंदानी, सुरेंद्र वाजपेयी सहित कई क्षेत्रीय नेता मौजूद थे। मोघे ने कहा कि आजादी के समय मुस्लिम समाज ने कहा था कि देश में हिंदुओं के साथ नहीं रहना चाहते हैं। जिन्ना ने देश के टुकड़े करवा दिए। हिंदुस्तान में रहने वाले मुस्लिम पाकिस्तान चले गए। वहां के हिंदू, सिख, सिंधी, जैन, ईसाई हिंदुस्तान आ गए। दोनों तरफ कुछ लोग रह गए, लेकिन पाकिस्तान में उन्हें शुरू से प्रताडि़त किया जाता रहा जो अब बहुत बढ़ गया है। वे हिंदुस्तान नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे।