वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से मार्च तिमाही में गोल्ड की मांग में 36% की भारी कमी आई है। जबकि ज्वेलरी की मांग 11 साल के निचले स्तर पर पहुंची है। आर्थिक अनिश्चितता और कोरोना देशव्यापी लॉक डाउन के कारण जनवरी-मार्च की तिमाही में सोने की मांग घटकर 102 टन रह गई है।
जून माह में भी रहेगी हालत खराब
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की पहली तिमाही के गोल्ड डिमांड ट्रेडर्स रिपोर्ट के अनुसार जून तिमाही में हालत और भी खराब हो सकती है। जनवरी से मार्च के दौरान ज्वेलरी की मांग में 40 फ़ीसदी की जबरदस्त गिरावट आई है। यह 11 साल के निचले स्तर 73.93% गई इस दौरान निवेश के लिए सोने की मांग 17 फ़ीसदी गिरकर 28.1 टन तक रही। जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 159 टन थी। इस दौरान वैश्विक गोल्ड डिमांड सिर्फ 1 फ़ीसदी बढ़कर 1083.8 टन पहुंच गई।
सोने-चांदी की कीमतें
इस समय हाजिर कारोबार बंद है। केवल वायदा कारोबार पर ही तेजी मंदी चल रही है। जिसमें सोने का भाव 49 हजार 900 प्रति 10 ग्राम है। भविष्य में स्वर्ण मांग पर दबाव बने रहने का अनुमान है। क्योंकि लॉक डाउन को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है। वहीं चांदी प्रति एक किलो 41 हजार 200 रुपए दर्ज की गयी है। सोने चांदी की कीमतों में कुछ दिनों से तेजी आई है।