एसपी जितेंद्र सिंह के मुताबिक, 13 साल की बालिका की दादी फरवरी में साइबर सेल पहुंची थी। उन्होंने अज्ञात व्यक्ति द्वारा पोती को अश्लील सामग्री भेजने की शिकायत की थी। आरोपी अश्लील वीडियो व अश्लील चैटिंग कर मैसेज कर रहा था। बाद में उसने यही चैंटिंग वायरल करने की धमकी देकर अकाउंट में 10 हजार रुपए भेजने के लिए धमकाया। बालिका ने राशि नहीं दी तो वाट्सऐप ग्रुप पर अश्लील बातें लिख बालिका का मोबाइल नंबर पोस्ट कर दिया, जिससे लोग उसे फोन कर परेशान करने लगे। पुलिस ने आइटी एक्ट, पाक्सो के तहत केस दर्ज किया। छानबीन में पता चला कि हरकत प्रेम रावल निवासी पाली की है। पुलिस पाली पहुंची तो आरोपी फरार हो गया। मुंबई में लोकेशन मिलने पर वहां से उसे पकड़ लिया। आरोपी 8वीं तक पढ़ा है सोशल मीडिया पर कई बच्चियों को इस तरह परेशान कर चुका है।
बच्चों के मोबाइल व सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखें
चातक वाजपेयी, साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि पैरेंट्स बच्चों को स्मार्ट मोबाइल फोन देते हैं तो फिर उनके मोबाइल, इंटरनेट के इस्तेमाल व सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखें। लगातार चेक करते रहें। आजकल चाइल्ड मानिटरिंग एप्लीकेशन उपलब्ध है, जिससे बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है। बच्चा किससे चैट कर रहा, लोकेशन क्या है, यह ऐप्लीकेशन नार्टन फैमिली, गूगल फैमिली लिंक के जरिए देखी जा सकती है।