देर रात 3.30 बजे के नंदा नगर के गोल मैदान के एक कौने पर बने शेखावत निवास की छत पर संचालित होने वाली सनशाईन खिलौना फैक्टरी में अचानक आग लग गई। आग की लपटों पर यहां से गुजर रहे व्यक्ति की नजर पड़ गई। उन्होंने तुरंत घर का दरवाजा खटखटाया जिस पर सतीश शेखावत (सत्तू) ने दरवाजा खोला। खबर लगते ही पूरा परिवार जाग गया। आग बुझाने के प्रयास शुरू हुए। पास में नगर निगम के पानी के टैंकर खड़े थे जिनके ड्राइवरों को उठाया गया।
शोर मचने के बाद नंदानगर के २०० से अधिक लोग इक_ा हो गए. जिसमें पास में रहने वाले विधायक रमेश मेंदोला भी थे। निगम के टैंकरों ने पानी फेंकना शुरू किया तो करीब २० मिनट में फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
करीब ४ घंटे मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया। उसे बुझाने में करीब ८ टैंकर पानी लगा। आग जब तक काबू में नहीं आई तब तक विधायक मेंदोला टीम के साथ मौजूद रहे। आग की खबर लगने के बाद पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। फैक्टरी संचालक नवीन शेखावत के मुताबिक तगड़ा नुकसान हुआ, क्योंकि माल के साथ सभी डाई भी जल गईं।
साल ने पकड़ी आग आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, लेकिन तेजी से बढऩे की मुख्य वजह चावल की घास यानी साल है। लेदर के खिलौने बनने में इसका मुख्य रूप से उपयोग होता है। उसके अंदर भरा जाता है जिस पर ऊपर पेपर को लपेटा जाता है। साल में आग बहुत तेजी से फैलती है। बची कसर पेपर ने पूरी कर दी।
नागदा में बगीचे के लिए गमले-खिलौने थे तैयार
शेखावत की फैक्टरी नगर निगम के बगीचों को विकसित करने का काम भी करती है। फायबर के गमले पूरे देश में सप्लाय किए जाते हैं। शेखावत के मुताबिक नागदा में बगीचे के लिए गमले और खिलौने बनकर तैयार थे। इसके अलावा अस्थाई यूरिनल पॉट भी सप्लाय करते हैं जिसे ऑर्डर पर तैयार किया गया था। आग में सब जलकर खाक हो गया।
शेखावत की फैक्टरी नगर निगम के बगीचों को विकसित करने का काम भी करती है। फायबर के गमले पूरे देश में सप्लाय किए जाते हैं। शेखावत के मुताबिक नागदा में बगीचे के लिए गमले और खिलौने बनकर तैयार थे। इसके अलावा अस्थाई यूरिनल पॉट भी सप्लाय करते हैं जिसे ऑर्डर पर तैयार किया गया था। आग में सब जलकर खाक हो गया।