पत्रकार चौराहे से पलासिया चौराहे तक पहुंचने वाले अधिकांश वाहन इन दिनों ट्रैफिक नियमों को गफलत में तोड़ रहे हैं। रेड सिग्नल होने पर वाहन चालक को नियमों के तहत स्टॉप लाइन के पहले रुकना चाहिए,
लेकिन इस चौराहे पर जेब्रा क्रॉङ्क्षसग के साथ स्टॉप लाइन भी मिटने लगी है। अचानक सिग्नल रेड होने पर वाहन चालक गफलत में धुंधली स्टॉप लाइन को क्रॉस कर जेब्रा क्रॉङ्क्षसग तक पहुंच जाते हैं। ऐसे में यदि कोई वाहन चालक अपनी गलती सुधारने का प्रयास कर वाहन को रिवर्स लेने का प्रयास करता है, तब तक देरी हो जाती है। उनके पीछे वाहनों की कतार लग जाती है। पिक ऑवर में यह समस्या आम है।
मधुमिलन चौराहा
बस स्टैंड से मधुमिलन चौराहे पहुंचने वाले वाहन चालक यदि गीता भवन चौराहे की तरफ आगे बढ़ेंगे तो उन्हें सिग्नल मिलेगा। यहां जेब्रा क्रॉङ्क्षसग और स्टॉप लाइन नहीं है। ऐसे में रेड सिग्नल होने पर वाहन चालक अपने हिसाब से रोड पर रुक जाते हैं। कई बार सिग्नल खुलने तक वाहन आमने-सामने भी हो जाते हैं।
रीगल तिराहा
रीगल तिराहे पर भी बड़ी संख्या में वाहन पहुंचते हैं। चौराहे के सभी पॉइंट पर जेब्रा क्रॉङ्क्षसग और स्टॉप लाइन धुंधली होने लगी है। यहां भी अधिकांश वाहन चालक गफलत में नियम तोड़ रहे हैं।
मालवा मिल चौराहे से लैटर्न चौराहा पहुंचने वाले वाहन चालक भी परेशान हो रहे हैं। चौराह पर पहुंचते ही उन्हें दो जेब्रा क्रॉङ्क्षसग ङ्क्षप्रट दिखती है। ऐसे में कभी गफलत में वाहन आगे तो कभी पीछे की जेेब्रा क्रॉङ्क्षसग के पूर्व बनी स्टॉप लाइन पर रुक जाते हैं। ऐसे में चौराहे पर लगे आरएलवीडी सिस्टम के तहत उक्त वाहन पर चालानी कार्रवाई हो जाती है। चौराहे के अन्य पॉइंट पर भी जेब्रा क्रॉङ्क्षसग धुंधली होने लगी है।
शहर के 28 चौराहे आरएलवीडी सिस्टम के अंतर्गत आते हैं। पूर्व में कई चौराहे पर जेब्रा क्रॉसिग को फिर से बनाने के लिए नगर निगम से पत्र व्यवहार किया है। यदि किसी चौराहे पर समस्या है तो निगम से संपर्क करेंगे। - अनिल पाटीदार, एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक