गौरतलब है कि निगम ने पिछले वर्ष गर्मी में भी शहर के जलसंकट वाले क्षेत्रों में 30 बोरवेल करवाए थे, जो गर्मी खत्म होने के आखरी दिन में हुए थे। इस बार यह काम निगम गर्मी शुरू होते ही करने जा रहा है, ताकि बाद में कोई परेशानी नहीं हो।
अनेक क्षेत्रों में जलसंकट गर्मी के दिनों में शहर के कई इलाकों में जलसंकट गहरा जाता है। नर्मदा पाइप लाइन लीकेज होने से जहां लोगों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ती है, वहीं भीषण गर्मी के चलते बोरवेल सूखने लगते हैं। दो दिन में पानी सप्लाय होने के बावजूद कहीं पानी मिलता और कहीं नहीं। ऐसी स्थिति में शहर की कई कॉलोनी-मोहल्लों के रहवासी खाली बर्तन लेकर इधर-उधर भटकते रहते हैं।
40 जगह डालेंगे मोटर जलसंकट वाले क्षेत्रों में नए बोरवेल खनन के साथ मोटर पंप स्थापित करने के काम भी निगम करेगा। पहले से खोदे गए 40 से ज्यादा बोरवेल में मोटर पंप मय सामग्री के स्थापित करने के टेंडर जारी किए गए, ताकि लोगों को जलापूर्ति की जा सके। बोरवेल खनन और मोटर पंप स्थापित करने के लिए निगम 1 करोड़ 63 लाख रुपए खर्च करेगा। इसकी मंजूरी महापौर-आयुक्त ने दे दी है।