उडऩदस्ते से मिली जानकारी के अनुसार शक होने पर जब उन्होंने एक छात्र की तलाशी ली तो उसकी जेब से मोबाइल मिला। फोन (कॉल) चालू था। ब्लूटूथ भी कनेक्ट था। ब्लूटूथ बेहद छोटा था और कान में सर्जरी कर लगाया होना प्रतीत हो रहा था। ऐसे ही एक छात्र के संदिग्ध होने पर उसकी तलाशी ली गई, टीशर्ट उतरवाई तो उसकी बनियान में एक चिप लगी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली। जिसकी तार को बनियान के सहारे सिलवाया था। इस छात्र ने भी कान में सर्जिकल ब्लूटूथ लगाया था। उपकरण जब्त कर नकल प्रकरण बनाए हैं। इतनी अहम परीक्षा में इस तरह से नकल होने का मामला सामने आने पर एमजीएम मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं पर सवाल उठ रहे हैं। परीक्षाएं १८ फरवरी से ७ मार्च तक चलेंगी।
तीन कॉलेजों के विद्यार्थी दे रहे हैं परीक्षा मेडिकल कॉलेज में बनाए गए परीक्षा केंद्र में एमजीएम मेडिकल कॉलेज, अरबिंदो मेडिकल कॉलेज और इंडक्स मेडिकल कॉलेज के करीब 80 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। सोमवार को जनरल मेडिसिन का पर्चा था, जिसमें नकलची पकड़ाए हैं। उडऩ दस्ते में ठाकुर के अलावा डॉ. विवेक साठे, और डॉ. चेताली उइके शामिल थीं। पेपर दो पहर १२ बजे शुरू हुआ था। केंद्र में सिर्फ महिला पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, ऐसे में छात्रों की चेकिंग करना काफी असहज होता है। जिसके चलते नकल की आशंका बढ़ रही है। उडऩदस्ते ने इसे लेकर भी नाराजगी जताई है।
परीक्षा केंद्र को जारी किया जाएगा नोटिस मेडिकल सहित अन्य परीक्षाओं में नकल रोकने को लेकर किए जा रहे तमाम प्रयासों के बावजूद इस तरह मोबाइल और ब्लूटूथ से नकल का मामला सामने आने के बाद अब यूनिवर्सिटी प्रशासन परीक्षा केंद्र (एमजीएम कॉलेज) को भी नोटिस देने की तैयारी में है। नकल रोकने को लेकर और सख्ती बढ़ाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।