scriptउड़ता इंदौर….गांजे व एमडी जैसे केमिकल ड्रग की चपेट में फंस रहे युवा, लगातार कार्रवाई के बाद भी रोक नहीं | Udta Indore .... youth who are caught in the grip of drugs | Patrika News

उड़ता इंदौर….गांजे व एमडी जैसे केमिकल ड्रग की चपेट में फंस रहे युवा, लगातार कार्रवाई के बाद भी रोक नहीं

locationइंदौरPublished: Nov 16, 2021 05:45:52 pm

मौका ए सावधान: प्रदेश में 8 महीने में पकड़ा जा चुका है १२८४१ किलो गांजा, आंध्रप्रदेश, ओडिशा से हो रहा सप्लाय
 

इंदौर. प्रदेश में लगातार गांजा सप्लाय हो रहा है, नारकोटिक्स सेल की टीमें इस साल आठ महीने में 12,841 किलोग्राम गांजा पकड़ चुकी है लेकिन फिर भी इस पर रोक नहीं लग पा रही है। आंधप्रदेश व ओडिशा से गांजा प्रदेश व इंदौर में सप्लाय हो रहा है। इंदौर पुलिस औसतन हर महीने गांजा पीने वाले 150 लोगों को पकड़ती है लेकिन सप्लायर हाथ नहीं आते।
पुलिस ने हाल ही में जितने केस पकड़े उसमें साफ हुआ कि गांजा और केमिकल ड्रग्स बेचने के लिए युवाओं को निशाना बनाया जा रहा है। गांजा सस्ता नशा है जो आसानी से मिल जाता है। दूसरे शहर से पढ़ाई के लिए आने वाले युवा गांजे का नशा शुरुआती दौर में करने लगते हैं। इसके बाद वे एमडी, ब्राउन शुगर के नशे तक पहुंच जाते हैं। कई गिरोह इसके लिए संगठित रूप से काम कर रहे हैं। कई कुख्यात तस्कर पकड़े भी गए लेकिन फिर भी बिक्री पर रोक नहीं लग पाई है।
पुलिस के साथ ही नारकोटिक्स सेल व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो लगातार कार्रवाई करता है लेकिन सप्लाय पर रोक नहीं लग पा रही है। नारकोटिक्स सेल के आंकड़े के मुताबिक, इस साल हर महीने प्रदेश में औसतन 281 केस दर्ज हुए और 365 आरोपी पकड़े गए जबकि 2020 में हर महीने 255 केस दर्ज हुए थे और 331 आरोपी पकड़े गए थे। इंदौर में नारकोटिक्स सेल करीब 147 किलो गांजा जब्त कर चुका है, बाकी जब्ती प्रदेश के अन्य जिलों में हुई है। गांजे के साथ ही केमिकल ड्रग्स का सेवन भी तेजी से बढ़ रहा है, एमडी व ब्राउन शुगर मुख्य ड्रग है।
मध्यप्रदेश में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज प्रकरणों की स्थिति
वर्ष स्मैक अफीम गांजा चरस केमिकल ड्रग (नग) केस आरोपी (अफीम, गांजा, चरस किलोग्राम में)

२०१९ १२.४७ १७२.७५४ १०३३६.०१८ ६.२५४ १३२३६५.३५४ ३४७४ ४३१८
२०२० ९.७९ ३७२.८११ १६४४१.४७२ २.९४८ ४०६४९३.८०७ ३०६६ ३९८२
२०२१ (३१ अगस्त तक) ७.५८ ७७.५१० १२८४१.३८८ .६१२ ७६२७९.६३२ २२५५ २९२१

इंदौर नारकोटिक्स थाने में दर्ज केस
वर्ष स्मैक अफीम गांजा चरस केमिकल ड्रग(नग) केस आरोपी (अफीम, गांजा, चरस किलोग्राम में)

2019 ०.597 53.570 368.700 ०.600 29932.016 85 132
2020 2.965 75.430 308.100 ०.300 4347.055 81 121
2021 ०.५६ ४९.३५ १४७ ० ६४००.65 ४६ ६५

लोगों को भी कर रहे जागरूक
नारकोटिक्स आइजी जीजी पांडे के मुताबिक, नारकोटिक्स सेल अवैध मादक पदार्थ को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है। प्रदेश भर में कार्रवाई चल रही है, नशे को लेकर लोगों को भी जागरूक करने का काम किया जा रहा है।
एमडी की तस्करी में मुंबई, सूरत, अजमेर से हुई गिरफ्तारी

क्राइम ब्रांच ने जनवरी में 70 किलो एमडी ड्रग पकड़ी थी। बाद में पता चला कि इंदौर से मंदसौर, नीमच के साथ ही मुंबई, सूरत, अजमेर तक एमडी ड्रग सप्लाय की जा रही है। महिलाएं भी तस्करी में शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी स्थानों से सप्लायरों को पकड़ा और काफी ड्रग बरामद की। 36 आरोपी पकड़े गए जिसमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। अब भी कई की तलाश है।
पब-बार-जिम में युवाओं को करते है टॉरगेट
क्राइम ब्रांच के एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक, मादक पदार्थ बेचने वाले युवाओं को टॉरगेट करते हैं। जितने आरोपी पकड़े गए वे जिम, पब-बार में रईस परिवार के युवाओं, छात्राओं को टॉरगेट कर नशा बेचते थे। कई पर कार्रवाई भी हुई है। गांजा बेचने वालों पर भी नजर है, कुछ पर कार्रवाई भी की गई है।
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