देपालपुर पहुंचे यूक्रेन में फंसे छात्र
देपालपुर के अमन, शुभम व सुनाला की अंकिता यूक्रेन से सकुशल लौटे
गांव में निकला जुलूस, बधाई देने वालों को तांता लगा
इंदौर
Published: March 07, 2022 11:25:04 am
देपालपुर । देपालपुर से एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए अमन वर्मा व शुभम गोयल और ग्राम सुनाला की रहने वाली अंकिता शर्मा रविवार को सकुशल अपने अपनी जन्मभूमि व अपने घर लौट आए हैं। उनके आने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। छात्रों की सकुशल वापसी पर नगर के चमन चौराहे पर नगरवासियों ने अमन और शुभम का जोरदार स्वागत किया। भारत जिंदाबाद के नारे लगाए और रैली रूप में उन्हें घर तक ले गए।
डर के साए में दिन गुजारे
अमन ने यूक्रेन के खराब हालात बताते हुए कहा कि वहां पर हर दिन डर के साये में बिताना पड़ रहा था। यूक्रेन के अधिकांश इलाकों में धमाकों की आवाज लोगों में दहशत पैदा कर रही है। अमन ने बताया कि उनके कॉलेज से रोमानिया की बॉर्डर लगभग 1 हजार किमी दूर थी। भारत सरकार की एडवायजरी के चलते वे बस से रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचे। 3 दिन रोमानिया रूके और अपनी बारी आने पर दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से इंदौर के लिए भी फ्लाइट की सुविधा सरकार ने की। वतन वापसी के दौरान उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
भावुक हो गई मां
अमन और शुभम के घर पर सुबह से ही मिलने जुलने वालो का तांता लगा रहा। लोग फूलमाला और मिठाई लेकर उनके घर पहुंचे और दोनों की सकुशल वापसी पर उन्हें बधाई दी। अमन के पिता संतोष वर्मा का कैंसर बीमारी के चलते पांच माह पहले ही निधन हुआ है। उनकी मां और परिवार के लोग बेटे को लेकर काफी चिंतित थे। घर पहुंचने पर बेटे को मां गले लगाकर भावुक हो गई। अमन के अंकल राजेश वर्मा ने कहा कि भारत सरकार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के चलते ही बच्चों की वापसी संभव हो सकी है। शुभम के पिता श्याम गोयल ने कहा कि मोदी थे तो ही यह मुमकिन हो सका है। परिजनों ने सरकार के प्रयास को प्रशंसा की।
लगातार बिगड़ते जा रहे ैहैं हालात
शुभम ने कहा कि यूक्रेन के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। सडक़ों पर कफ्र्यू सा माहौल है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है, सडक़ें सुनसान हैं, बाजार बन्द पड़े हैं। खाने-पीने के सामान की किल्लत है अगर कुछ दिन और रूकना पड़ता तो बड़ी मुश्किल हो जाती। शुभम ने बताया कि यूक्रेन के जिस इलाके में वो रह रहे थे वहां हालांकि अभी किसी प्रकार की कोई सैन्य कार्रवाई तो नहीं हुई थी, लेकिन आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बमबारी से उन लोगों में दहशत थी। लोग सुरक्षित ठिकानों के लिए लगातार भाग रहे थे।
सराहनीय कदम
वहीं ग्राम सुनाला की अंकिता शर्मा जब गांव पहुंची तो स्वागत करने पूरा गांव उमड़ पड़ा। ग्रामीणों ने ढोल-ढमाकों से स्वागत किया और गांव में जुलूस निकाला। अंकिता ने कहा कि भारत सरकार के ऑपरेशन गंगा की बदौलत ही उनकी घर वापसी संभव हो सकी है। भारत सरकार ने छात्रों के लौटने में पूरा सहयोग किया। उन्हें उम्मीद थी कि भारत सरकार युद्ध की आग में जल रहे यूक्रेन से भारतीय छात्रों को सकुशल बाहर निकालने में पूरी मदद करेगी। अंकिता का कहना है कि हम लोगों ने तिरंगे के कारण ही अपने वतन वापसी की है। आकिता अंकिता की मां सीता शर्मा ने नम आखों से कहा कि मेरी बेटी घर वापस आ गई उनकी सारी खुशियां लौट आई हैं। अंकिता के बड़े भाई आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार ने जो बच्चों के लिए जो कदम उठाए वे सराहनीय हैं।

देपालपुर पहुंचे यूक्रेन में फंसे छात्र
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