सीएम शिवराज से मिले स्टूडेंट्स
दरअसल यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे सैंकड़ों भारतीय स्टूडेंट्स युद्ध की शुरूआत के साथ ही वापस लौट आए थे। वे वहां से लौटने के बाद अपने आप को खुशनसीब मान रहे थे, लेकिन अब उन्हें फिर से अपनी पढ़ाई पूरी करने की चिंता सताने लगी है, चूंकि वहां जाने या वहां से पढ़ाई पूरी करने के हालात फिलहाल नहीं हैं, ऐसे में स्टूडेंट्स ने मध्यप्रदेश के सीएम शिवराजसिंह चौहान से मिलकर गुहार लगाई कि उन्हें यहीं एडमिशन मिल जाए, ताकि वे आगे की पढ़ाई पूरी कर सकें।
अधूरी पढ़ाई छोड़कर आए इंडिया
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई अधूरी छोड़कर आए स्टूडेंट्स एयरपोर्ट पर सीएम से मिले। उन्होंने सीएम से कहा कि- हमें मप्र के मेडिकल कॉलेजों में कोर्स पूरा करने के लिए एडमिशन दिलाया जाए, इसके लिए नेशनल मेडिकल कौंसिल से विधिवत अनुमति भी दिलवाएं। उन्होंने सीएम को बताया कि इंदौर के करीब एक दर्जन से अधिक स्टूडेंट्स यूक्रेन के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी दर्जनों स्टूडेंट्स हैं, जिन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करनी है, उन्होंने बताया कि यूक्रेन और यहां पर एक जैसा सिलेबस है, इसलिए पढ़ाई पूरी करने में दिक्कत नहीं आएगी।
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यहां और वहां एक जैसा है कोर्स
सीएम से मिलने पहुंचे स्टूडेंट्स ने बताया कि वहां बमबारी के कारण अब पढऩा काफी मुश्किल है, उन्होंने बताया कि यूक्रेन में जिन विषयों की पढ़ाई करते थे, वही कोर्स और किताबें यहां भी चलती है, इस कारण हमें आगे की पढ़ाई पूरी करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। हमारी परेशानी ये है कि अधूरी पढ़ाई भी नहीं छोड़ सकते हैं, सीएम ने सभी विद्यार्थियों की बातों को सुनकर उनका उचित निराकरण करने का आश्वासन दिया है।