कई केंद्रों पर तो शुरुआती दो से तीन घंटों में ही सारे डोज खत्म हो गए। सोमवार को कोवैक्सीन के मात्र 13 हजार डोज ही उपलब्ध थे, इस वजह से शहर के 24 टीकाकरण केंद्रों पर 300 से 500 डोज लगाए गए। इनमें से 11,655 लोगों को दूसरा टीका लगाया गया। सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन की कमी की वजह से कई लोग निजी अस्पताल में वैक्सीन लगवाना ठीक समझ रहे हैं। निजी अस्पतालों में शासन द्वारा पहले और दूसरे डोज की कीमत 600 रुपए पहले से ही तय कर दी गई है।
आज और कल टीकाकरण नहीं
इंदौर जिले को डोज कम दिए गए हैं। गुरुवार से अब तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकी। है। मंगलवार को नियमित टीकाकरण होने और स्टॉक में वैक्सीन न होने की वजह रसे और बुधवार को वैक्सीन नहीं लगेगी। बुधवार को डोज मिलते हैं तो गुरुवार को जरूर टीकाकरण हो सकेगा।
1700 ने लगवाई स्पूतनिक-वी
स्यूतनिक-वी भी शहर में उपलब्ध है। दो निजी अस्पताल में इसे सशुल्क लगाया जा रहा है। शैल्बी अस्पताल में 6 जुलाई से अब तक 1485 से ज्यादा को यह वैक्सीन लग चुकी है। वहीं राजश्री अपोलो में 10 जुलाई से अब तक 240 लोगों को लगाई गई। शुरुआती दो दिन 4 मिनट में ही स्लॉट फुल हो गए थे लेकिन अब 10 से 15 मिनट में 100 लोग रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं।