15 साल से मेंटेन करके रखा हैं टैरेस गार्डन माणिकबाग में रहने वाली ड्रेस डिजाइनर डॉली खत्री को गार्डनिंग का बहुत शौक है। डॉली कहती हैं मेरे घर में करीब 500 से 600 प्लांट्स हैं। घर की पांचवीं मंजिल पर टैरेस गार्डन है। इसे मैंने करीब 15 सालों से मेंटेन करके रखा है। यहां सब्जियों में नींबू, मिर्च, पालक, पौदीना, करेला, टमाटर, लौकी, भिंडी सहित करीब 25 तरह की सब्जियां उगा रखी हैं। इसी तरह फलों में आम, चिकू, जाम, अंगूर, अनार और बादाम के अलावा पान का पौधा भी है। डेनियम और 8 से 10 तरह के बोनजाई, ब्रह्म कमल और वास्तु के हिसाब से भी प्लांट्स हैं। डॉली ने बताया वे यहां रोजाना सुबह दो घंटे स्पेंड करती हैं। उन्होंने कहा, टैरेस पर ग्रास लगाना बहुत ही मुश्किल था, लेकिन यह हो पाया और अब यह बिल्कुल ओरिजनल कॉरपेट की तरह नजर आता है।
नेचर के करीब होने का अहसास ओल्ड पलासिया में रहने वाली किरण जिरेती ने कहा, उन्हें सालों से टैरेस गार्डनिंग करने का शौक है, इसलिए जब 3600 स्क्वेयर फीट का ग्राउंड प्लस टू फ्लोर मकान बनाया तो यहां गार्डनिंग की। यहां झरना और वाटर रिचार्जिं सिस्टम के अलावा मेन गेट पर भी गार्डनिंग कर रखी है। कई तरह की सब्जियों से लेकर मसालों, फलों के पौधे भी यहां उगा रखे हैं। किरण कहती हैं, जब भी गार्डन में टाइम स्पेंड करती हंू तो नेचर के करीब होने का अहसास होता है
आर्टिफिशियल ग्रास से सजा रहे घर आर्टिफिशियल ग्रास और रियल ग्रास भी वॉल पर लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा वॉल पर गमले का भी सेटअप लगाया जा रहा है। वर्टिकल गार्डनिंग इंटीरियर डिजाइनर्स और नर्सरी वाले भी तैयार करके दे रहे हैं। यह कॉन्सेप्ट इसलिए भी बढ़ रहा है क्योंकि घर में स्पेस कम होती है तो वॉल्स पर आर्टिफियल प्लांटेशन कर ग्रीनरी लुक देते हैं।
रक्षा सेठी, इंटीरियर डिजाइनर