चुनाव आयोग ने इस तरह से चुनाव कराने के लिये पहले मतदाओं से सहमति पत्र भी भरवाए थे। सांवेर विधानसभा क्षेत्र में आयोग ने 9 से लेकर 13 अक्टूबर तक घर घर जाकर लोगों से बात की और जब लोगों ने अपने घर पर मतदान करने के लिये हांमी भर दी तो प्रक्रिया को लागू कर दिया। अब 60 टीम इन वोटर्स के घर मतपेटियां लेकर जाएगे और वोट डलवाएंगे। इन टीमों को दो हिस्सों में बांटा गया है एक टीम जो बुजर्ग और दिव्यांग मतदाओं से मतदान कराएगी और दूसरी टीं कोरोना मरीजों से मतदान के लिए बनाई हैं इन टीम में चुनाव अधिकारियों के अलावा डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी साथ में रखा गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते पहली बार 7 दिन तक के लिये वोटिंग कराई जा रही है। इसके लिए सांवेर में 60 टीमें काम कर रही हैं। इन टीम के साथ पुलिस बल की व्यव्सथा की गी है। मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए भी मतदान की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। मतदान की दलों की निगरानी के लिये 50 दल फील्ड में तैनात किये गये हैं।
इंदौर शहर में कोरोना के विकराल रुप को देखते हुए चुनाव आयोग ने फैसला लिया है कि बुजुर्गों, दिव्यांगों और कोरोना मरीजों को मतदान केंद्र पर ना बुलाकर उनके घर जाकर ही वोटिंग कराई जाए। इस विशेष सुविधाएंको सांवेर सीट पर दिया गया है। आज से पोलिंग बूथ की 60 टीम इन मतदाताओं के घर-घर जाकर मतदान कराएगी। इस सीट पर कुल 2 हजार 128 मतदाता एसे हैं जिनकी 80 साल से ज्यादा उम्र से ज्यादा है या दिव्यांग और कोरोना संक्रमित हैं। इस विधानसभा सीट पर 1 हजार 483 मतदाता जिनकी 80 वर्ष से अधिक है 637 दिव्यांग और कोविड प्रभावित और संदिग्ध मरीजों में से 8 मतदाताओं ने घर से वोट करने की इच्छा जताई थी। अब इन टीम 7 दिनों तक इन मतदाताओं से वोट कराकर प्रक्रिया को पूरा करना होगा।