माता-पिता को उनकी व उन्हे मरीजों की चिंता
कालापीपल निवासी डॉ. जितेन्द्र राजपूत एमआरटीबी अस्पताल में मरीजों के इलाज में जुटे हैं. गांव में रह रहें माता-पिता और भाई को हर दम उनकी चिंता रहती है, लेकिन डॉ जितेन्द्र का कहना है, सबसे पहले मानव धर्म और कोरोना से जितना है। इनके साथ ही कंधा से कंधा मिलाकर 24 घंटे इनकी मदद के लिए कर्मचारी भी ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। कर्मचारियों का कहना है कि पहली लड़ाई हमारी कोरोना से है, हमे पहले इस जंग को जितना है।
सोशल डिस्टेंसिंग का करवा रहे पालन
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पुलिस, निगमकर्मी, डॉक्टर सब अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। एमवायएच कैजुअल्टी में सीएमओ डॉ. उमेश मंडलोई, डॉ रामप्रवेश कुशवाह, डॉ. प्रसंजीत दरस रातभर इलामें में जुटे रहते हैं। डॉ. मंडलोई ने बताया मरीज और उनके परिजन के साथ खुद की सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना चुनौतीपूर्ण है।
मेडिसिन विभाग और रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डॉक्टर अलग-अलग क्रम में 24 घंटे ड्यूटी दे रहै हैं। डॉक्टरों की इस फौज में 70 प्रतिशत यंग डॉक्टर है। विभागाध्यक्ष डॉ. सलिल भार्गव के निर्देशन में ये टीम बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। हर छोटी-छोटी बात पर निजी अस्पतालों की ओर भागने वाले लोगों के लिए आज सरकारी अस्पतालों का महकमा देवदूत बना हुआ है।