दअसल कक्षा १०वीं और कक्षा १२वीं की परीक्षा के लिए अफसरों ने जिले में १४६ केंद्र बनाए हैं, जबकि 2021 में केवल 120 केंद्र बनाए गए थे। इस बार २६ केंद्र कोरोना का हवाला देकर नए बनाए गए हैं। शहर में कई निजी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने को लेकर लगातार आरोप-प्रत्यारोप ाी लगते रहे हैं। इस बार भी अधिकारियों ने क्रेंद्र बनाने में खेल कर दिया है। निजी स्कूलों को केंद्र बनाए जाने के लिए कई सरकारी स्कूलों को छोड़ दिया और बैठक क्षमता भी कम बता दी। हालांकि एेसे केंद्र बड़ी संख्या में हैं जहां छात्रों की जो क्षमता बताई गई है उससे अधिक बैठाए जा रहे हैं, जबकि कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार सोशल डिस्टेंस रखना जरूरी है।
मालव कन्या में 550 की क्षमता और बैठ रहे 575 शहर के बड़े सरकारी स्कूलों में शामिल मालव कन्या उमावि में बैठक क्षमता 550 बताई गई है और यहां पर कक्षा 10 वीं के 575 छात्रों को बैठाया जा रहा है। इसी प्रकार छावनी के शा. एसजी बालक उमावि में 300 के बजाए 311, शा. कन्या उमावि नेहरू नगर में 325 के बजाए 337 व 342 , शा. एमएस उमावि चिमनबाग में 325 की क्षमता पर 337 और 338 परीक्षार्थी हैं। सरकारी के साथ निजी स्कूलों के ाी यही हाल हैं। मारथोमा पब्लिक स्कूल में 350 की क्षमता पर 365 और 358 छात्र परीक्षा दे रहे हैं। इसी प्रकार सेंट उमर उमावि पलासिया में 250 की क्षमता पर 264 और 266 छात्र बैठाए जा रहे हैं। वहीं श्री बालाजी गणेश मारवाड़ी कन्या उमावि में 325 के बजाए 335 व 337 और तो और आलसेट उमावि विजय नगर में 425 की क्षमता पर 442 छात्र बैठ रहे हैं।
कंपेल तक के परीक्षार्थी आ रहे इंदौर अफसरों ने परीक्षा केंद्र तो अधिक संया में बना दिए, लेकिन परीक्षार्थियों की सुविधाओं का ध्यान नहीं राा। छात्र और छात्राओं को अधिक दूरी तक कर परीक्षा देने आना पड़ रहा है। नौलाा के शा. जीएस कन्या उमावि में ाागीरथपुरा, नंदानगर स्कूल के छात्र आ रहे हैं। इसी प्रकार पोलोग्राउंड स्थित शा. एसीएम कन्या क्र.1 में कंपेल, कस्तूरबा ग्राम, राऊ, कालानी नगर के छात्र परीक्षा देने आ रहे हैं। एेसी स्थिति जिलेार में है। सबसे अधिक परेशानी प्रायवेट छात्रों की हो रही है।
केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा कोविड की वजह से जितनी क्षमता है उससे अधिक स्थान की जरूरत को ध्यान में राते हुए केंद्र बनाए गए हैं। पास-पास नहीं बैठाया जा रहा है। केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। परीक्षा केंद्र पूर्व में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में बने हैं।
पूजा सक्सेना,प्रभारी डीईओ