हम माने या ना माने लेकिन जिस दिन हम जन्म लेते हैं उस दिन का प्रभाव जिंदगी भर हमारे ऊपर पड़ता है। ज्योतिष इस शास्त्र को अंकगणित कहते हैं।
जन्मदिन की तिथी के अनुसार इस खास संख्या को निकाला जाता है और यह संख्या हमें पहुंचाती है कुछ गूढ़ रहस्यों की ओर। यह रहस्य हमारी जिंदगी के कई उतार-चढ़ाव से पर्दा उठाते हैं। तो तैयार हैं अंको के हिसाब से अपना आज का भविष्य जानने के लिए-
1-जन्म : 01, 10, 19, 28 मजदूरवर्ग अपने पारिश्रमिक का अधिकांश हिस्सा मनोरंजन के क्षेत्र में खर्च करेंगे। अपनी कार्यक्षमता का पूरी तरह से आकलन करने के बाद ही जिम्मेदारी का बोझ अपने ऊपर लें।
अनुकूलता के लिए – घर के मुख्य द्वार को प्राकृतिक बदनवार से सजाएं।
2-जन्म : 2, 11, 20, 29
युवाओं को समय के साथ चलने व अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए कड़ा संघर्ष करना होगा। नए-नए व्यक्तियों से मिलना व संबंध बनाना व्यवसाय की दृष्टि से लाभदायी रहेगा।
अनुकूलता के लिए- गंगगनाय नम: मंत्र का जप करें।
3-जन्म : 3, 12, 21, 30
मित्रों द्वारा तारीफ किए जाने से अतिआत्मविश्वास के कारण कुछ गलत फैसले लेने में आ सकते हैं। नए कार्यों को करने के लिए ऋ ण की व्यवस्था होने से मन प्रसन्न रहेगा।
अनुकूलता के लिए – कन्याओं को यथाशक्ति भोजन कराएं।
4-जन्म : 4, 13, 22, 31
परिवार की जरूरतों में कमी करनी पड़ सकती है। मित्रों के मध्य परिस्थितिजन्य अपना नुकसान हो सकता है। व्यर्थ के स्वाभिमान को कुछ समय के लिए त्यागना होगा।
अनुकूलता के लिए – कमलगट्टे की माला से देवी मंत्र का जप करें।
5-जन्म : 5, 14, 23
काम करने में थोड़ी कमजोरी महसूस होगी। आगे की नीति पर अच्छे से विचार कर पाएंगे। गोपनीय रूप से किसी अतिरिक्त कार्य को शुरू करना अपने हित में रहेगा।
अनुकूलता के लिए – किसी निशक्तजन को जरूरत की सामग्री वितरित करें।
6-जन्म : 6, 15, 24
पहले से चल रहे अविश्वास को बदलने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ सकती है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने व विलासिता भरा जीवन जीने में खूब धन खर्च होगा।
अनुकूलता के लिए – श्वेत पुष्प की माला बनाकर भगवान को अर्पित करें।
7-जन्म : 7, 16, 25
साझेदारी के कामकाज में अपने सिद्धांतों को एकदम से थोपने के बजाए मिलकर रणनीति बनाने का प्रयास करें। नौकरी में पद व पैसे दोनों ओर से तरक्की के लिए दिन अनुकूल है।
अनुकूलता के लिए – भगवत् गीता के किसी एक अध्याय का पाठ करें।
8-जन्म : 8, 17, 26
तकरीबन कार्यों में दूसरों के बजाए अंतर्विरोध के कारण स्वविरोध बना रहेगा। सट्टात्मक व्यवसाय में आज के दौर में बूंद-बूंद से घड़ा भरने की नीति को अपनाते हुए काम करें।
अनुकूलता के लिए – हरे रंग के उपयोग से बचकर रहें।
किसी बड़ी मुसीबत से आसानी से बाहर आ जाने के कारण कर्म के साथ-साथ ईश्वर को भी मानने के लिए बाध्य होंगे। आत्मविश्वास के कारण समस्त कार्य समय पर होंगे।
अनुकूलता के लिए – बहते जल में तांबे से बनी वस्तु प्रवाहित करें।