scriptMP Ajab Gajab : जिस गांव में अजा वर्ग का एक भी वोटर नहीं, वहीं सरपंच के लिए अजा की सीट आरक्षित | Patrika News

MP Ajab Gajab : जिस गांव में अजा वर्ग का एक भी वोटर नहीं, वहीं सरपंच के लिए अजा की सीट आरक्षित

locationइंदौरPublished: Jun 03, 2022 01:06:53 pm

– मध्यप्रदेश में आरक्षित सीट का मामला- कांग्रेस के लोग राज्य निर्वाचन आयोग से करेंगे चर्चा

very_special_reservation_in_mp_panchyat_chunav_2022.jpg

इंदौर । Indore

महू तहसील में आने वाली रामपुरिया पंचायत का सरपंच पद रोटेशन पद्धति के चलते अनुसूचित जाति (अजा) वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है, लेकिन पंचायत में इस वर्ग का एक भी वोटर नहीं है। इस आशय की आपत्ति जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने शनिवार को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में अपर कलेक्टर अभय बेडेकर के समक्ष ली।

बताया गया, महू में आने वाली मांगलिया पंचायत में से नई पंचायत का गठन पिछले दिनों हुआ था। इस नई पंचायत के लिए सरपंच पद का आरक्षण अजा वर्ग के लिए हुआ है। बेडेकर ने कहा कि इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग से चर्चा करेंगे।

भितरघात से डरी कांग्रेस वार्ड स्तर पर बना रही कमेटी
पिछली बार लगभग 20 वार्डों में 500 से भी कम वोटों से हारी कांग्रेस को नगर निगम चुनावों में भितरघात का डर है। इससे बचने के लिए शहर कांग्रेस ने भी विधानसभा और वार्डस्तर पर कमेटियां बना दी हैं। ये कमेटियां दावेदारों के बीच सामंजस्य बनाकर एक नाम तय करने में अहम भूमिका निभाएगी।

वहीं सांवेर जपं अध्यक्ष पद पर भी समस्या
वहीं दूसरी ओर सांवेर जनपद पंचायत का अध्यक्ष पद अनुसूचित जनजाति, आदिवासी , वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हुआ है, लेकिन जनपद के 25 वार्डों में इस वर्ग की महिला के लिए एक भी वार्ड आरक्षित नहीं किया गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अजजा वर्ग की महिला कहां से निर्वाचित होकर आएगी? जो जनपद अध्यक्ष बन सके। इस मामले में पंचायत निर्वाचन से जुड़े जिम्मेदार अधिकारी भी निरुत्तर हैं और केवल ये कह रहे हैं कि आरक्षण इंदौर में हुआ है, इसलिए वे अधिकारी ही बता सकते हैं।

आसन्न पंचायत चुनावों के लिए बुधवार को इंदौर में जिले की चारों जनपद पंचायतों के अध्यक्ष पद के साथ ही जनपदों के जो 25 – 25 वार्ड है उनमें निर्धारित संख्या में विभिन्न वर्गों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न होने में सांवेर जनपद अध्यक्ष का पद अजजा महिला के लिए आरक्षित हुआ है।

ये अलग विषय है कि सांवेर जनपद क्षेत्र में अजजा वर्ग की आबादी का प्रतिशत अत्यंत कम है ण् अजजा महिला के लिए अध्यक्ष पद आरक्षित होने से क्षेत्र के अन्य वर्गों के कई कांग्रेस दृ भाजपा नेताओं के अरमान ठंडे हो गए हैं जो जनपद अध्यक्ष पद पर काबिज होने का सपना संजोए हुए थे।

अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि ऐसी स्थिति क्या अध्यक्ष पद रिक्त रहेगा। चूंकि सांवेर जनपद में अजजा वर्ग का एक ही वार्ड आरक्षित हुआ है वह भी अजजा मुक्त होने से वहां कोई पुरुष भी चुनाव लड़ सकता है ऐसे में इस वार्ड से अजजा वर्ग की कोई महिला निर्वाचित नहीं हुई और पुरुष निर्वाचित हो गया तब क्या होगा, क्योंकि आरक्षण के मुताबिक अध्यक्ष पद पर तो अजजा महिला ही चुनी जा सकती है।

कम से कम एक अजजा महिला का निर्वाचित होकर आना सुनिश्चित करने के लिए वार्ड 17 को जो अजजा मुक्त के लिए आरक्षित हुआ उसे अजजा महिला के लिए आरक्षित किया जाना था वैसे भी इस जनपद के वार्डों के नवीन आरक्षण में महिलाओं के प्रतिशत 50 से कम हो गया है ण् पहले 25 में से 13 वार्ड महिलाओं के लिए थे किन्तु अब 11 ही महिलाओं के लिए आरक्षित हुए हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो