क्यों घटी कीमत
पिछले दिनों नए प्याज की आवक मंडियों में बढ़ गई है जिसकी वजह से प्याज की कीमतों में गिरावट आई है। प्याज का दाम बढऩे पर किसानों ने रबी सीजन में अच्छी फसल लगाई है और प्याज का रकबा चालू सीजन में 9.34 लाख हैक्टेयर होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल रबी सीजन में प्याज का रकबा 7.6 लाख हैक्टेयर था। मालूम हो कि बीते मॉनसून में हुई भारी बारिश से खरीफ सीजन में प्याज की फसल खराब होने से देश में प्याज की उपलब्धता कम हो गई थी, जिसके कारण प्याज के दाम आसमान छू गए थे।
पिछले दिनों नए प्याज की आवक मंडियों में बढ़ गई है जिसकी वजह से प्याज की कीमतों में गिरावट आई है। प्याज का दाम बढऩे पर किसानों ने रबी सीजन में अच्छी फसल लगाई है और प्याज का रकबा चालू सीजन में 9.34 लाख हैक्टेयर होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल रबी सीजन में प्याज का रकबा 7.6 लाख हैक्टेयर था। मालूम हो कि बीते मॉनसून में हुई भारी बारिश से खरीफ सीजन में प्याज की फसल खराब होने से देश में प्याज की उपलब्धता कम हो गई थी, जिसके कारण प्याज के दाम आसमान छू गए थे।
सरकारी अनुमान में बढ़ा प्याज उत्पादन
पिछले साल खरीफ सत्र में प्याज को नुकसान के दावे के बीच अब चालू फसल वर्ष 2019-20 में प्याज उत्पादन सात प्रतिशत बढकऱ 2.44 करोड़ टन रहने का सरकार का अनुमान है। पिछले कुछ महीनों के दौरान प्याज के ऊंचे दाम से त्रस्त ग्राहकों को राहत मिलने की उम्मीद है। चालू फसल वर्ष में बागवानी फसलों के कुल उत्पादन में मामूली इजाफा हो सकता है। कृषि मंत्रालय ने पहला अनुमान जारी करते हुए कहा कि फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) में प्याज फसल का रकबा बढकऱ 12.93 लाख हेक्टेयर रहा। यह पिछले फसल वर्ष के 12.20 लाख हेक्टेयर से कुछ अधिक है। इसके परिणामस्वरूप प्याज का उत्पादन इस साल बढकऱ 2.44 करोड़ टन होने का अनुमान है जो 2018-19 में 2.28 करोड़ टन था।
पिछले साल खरीफ सत्र में प्याज को नुकसान के दावे के बीच अब चालू फसल वर्ष 2019-20 में प्याज उत्पादन सात प्रतिशत बढकऱ 2.44 करोड़ टन रहने का सरकार का अनुमान है। पिछले कुछ महीनों के दौरान प्याज के ऊंचे दाम से त्रस्त ग्राहकों को राहत मिलने की उम्मीद है। चालू फसल वर्ष में बागवानी फसलों के कुल उत्पादन में मामूली इजाफा हो सकता है। कृषि मंत्रालय ने पहला अनुमान जारी करते हुए कहा कि फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) में प्याज फसल का रकबा बढकऱ 12.93 लाख हेक्टेयर रहा। यह पिछले फसल वर्ष के 12.20 लाख हेक्टेयर से कुछ अधिक है। इसके परिणामस्वरूप प्याज का उत्पादन इस साल बढकऱ 2.44 करोड़ टन होने का अनुमान है जो 2018-19 में 2.28 करोड़ टन था।