बता दें कि १३ मार्च को भी पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदेशभर के कर्मचारियों ने भोपाल में एकत्रित होने का एलान किया था। उस दौरान प्रदेशभर से लाखों की संख्या में कर्मचारियों के आने का अनुमान था, जिसके चलते एन वक्त पर अनुमति निरस्त कर दी गई थी। जिससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश छा गया था। प्रदेशभर में अलग-अलग कर्मचारी संगठन पुरानी पेंशन योजना लागू किए जाने की मांग को लेकर ब्लॉक स्तर से लेकर प्रदेश स्तर पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
तीन बार अनुमति निरस्त, कर्मचारियों के भारी दबाव के बाद मिली अनुमति पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रदेश प्रतिनिधि भारत भार्गव ने बताया कि मोर्चा पदाधिकारियों ने भोपाल प्रशासन ने आयोजन को लेकर अनुमति चाही थी, लेकिन तीन स्थानों पर मांगी गई अनुमति निरस्त कर दी गई। इसके बाद लगातार स्थान बदलकर प्रदर्शन की अनुमति मांगी जाती रही, लेकिन नहीं दी जा रही थी। भारी दौड़-धूप और दबाव के बाद प्रशासन ने तुलसी नगर स्थित आंबेडकर पार्क में प्रदर्शन की अनुमति दी है।
नवरात्र और परीक्षा की वजह से कम संख्या में पहुंचेंगे कर्मचारी भागर्व ने बताया कि नवरात्र और परीक्षाओं के चलते कर्मचारी कम संख्या में ही भोपाल में जुटेंगे। इंदौर से भी जहां पहले बड़ी संख्या में कर्मचारी पहुंचने वाले थे। अब वह संख्या घटकर हजार पर ही सीमित रह गई है। इंदौर से कुछ कर्मचारी नेता तो रात में ही भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं