शहर को हर वर्ष 36 इंच बारिश की जरूरत रही है। इस वर्ष अभी तक आधी यानी साढ़े 19 इंच तक बारिश हो गई है। आधी बरसात में जहां बड़ा बिलावली तालाब अपनी क्षमता 34 फीट से अभी तक आधा 15 फीट 6 इंत तक ही भराया है, वहीं यशवंत सागर तालाब अपनी क्षमता 19 फीट से सिर्फ 10 इंच तक ही खाली है। इसमें 18 फीट 2 इंच तक पानी भर गया है। अब अगर लगातार तेज बारिश हुई तो तालाब लबालब होकर ओवर फ्लो होने लगेगा। साथ ही गेट भी खोलना पड़ सकते हैं। कल हुई बारिश से जहां यशवंत सागार तालाब में डेढ़ फीट तक पानी बढ़ गया, वहीं बाकी के तालाबों में भी एक से दो इंच तक जलस्तर बढ़ा है।
निगम से जारी हुए तालाब के आंकड़ों को देखें तो बड़े सिरपुर की क्षमता 16 फीट है और भराया 8 फीट 2 इंच ही है। छोटा सिरपुर की क्षमता 13 फीट है और भराया 9 फीट 9 इंच है। पीपल्यापाला की क्षमता 22 फीट है और भराया 5 फीट, लिंबोदी की क्षमता 16 फीट है और भराया 3 फीट 6 इंच ही है। छोटा बिलावली तालाब पूरी तरह से खाली है जो कि बड़ा बिलावली तालाब के भरने के बाद ही भराएगा। आधी बरसात में बड़े बिलावली तालाब के आधे भराने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अब जब तालाब नहीं भराएगा तो आगे छोटा बिलावली और पीपल्यापाला कैसे भराएंगे। आगे नहर भंडारा में पानी कैसे जाएगा? निगम ने खुदाई तो कर दी, लेकिन तालाब कैसे भराएगा इस पर काम नहीं किया। नतीजतन हर वर्ष बारिश में बिलावली तालाब खाली रह जाता है।