रियो ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त सोमवार को इंदौर में थे। योगेश्वर ने कहा, ‘कुश्ती लीग से पहलवानों को प्रोत्साहन भी मिल रहा है। इंदौर में कुश्ती का माहौल बेहतर है।’
इंदौर। जिस तरह कुश्ती पर फिल्में आ रही हैं, उससे निश्चित रूप से इसका प्रचार-प्रसार हो रहा है, लेकिन फिल्म देखकर ही आप चैंपियन नहीं बन सकते। कड़े परिश्रम के बाद ही सफलता मिलती है। फिलहाल 2020 ओलंपिक की तैयारियों पर ध्यान दे रहा हूं। 2018 के एशियाड व कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भी कड़ी मेहनत कर रहा हूं।
रियो ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त ने यह बात कही। वे सोमवार को इंदौर में थे। सुपर कॉरिडोर पर होने वाले 51 लाख के इनामी दंगल के हैंडविल व पोस्टल लांचिंग कार्यक्रम में वे आए थे। योगेश्वर ने कहा, ‘कुश्ती लीग से पहलवानों को प्रोत्साहन भी मिल रहा है। इंदौर में कुश्ती का माहौल बेहतर है।’
बटन दबाकर लोकार्पण
योगेश्वर दत्त के आयोजन स्थल पर आते ही फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। उन्होंने पहले पोस्टर का विमोचन किया और कम्प्यूटराइज्ड बटन दबाकर स्क्रीन पर पोस्टर की लांचिंग की। अतिथि राधे राधे बाबा, कृष्णमुरारी मोघे, गोलू शुक्ला, मदनसिंह यादव व नकुल पाटोदी मौजूद थे। स्मृति चिन्ह चंदन सिंह बैस, नरेश वर्मा, नारायणसिंह यादव व सचिन यादव ने दिया।
रियो ओलंपिक रहा निराशजनक
योगेश्वर ने कहा, ‘रियो ओलंपिक मेरे लिए बेहद निराशजनक था। शायद वह दिन मेरा नहीं था, लेकिन मैं असफलताओं को भूलकर भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने का लगातार प्रयास करूंगा।’