कॉलेज की प्यून सूरजबाई गिरवा की बेटी अंजना से उसकी दोस्ती हुई। इसके बाद संबंध हो गए। इसी के बाद अंजना, सूरजबाई, बहन सुनीता वास्कले, भाई चंदू उर्फ चंद्रशेखर ने सुमित पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इंदौर आकर सुमित के परिजन से मिले तो उन्होंने शादी से इनकार किया। इसके बाद भी सुमित पर दबाव जारी रखा। कोर्ट में अंजना से शादी करवा दी। बाद में सामाजिक रीति-रिवाज से शादी के लिए कहते रहे। इसके चलते सुमित ने आत्महत्या कर ली। उसने सुसाइड नोट में बताया, अंजना ने परिवार के साथ मिलकर मुझे फंसाया। इन्हीं से परेशान होकर मैं जान दे रहा हूं। जांच के बाद बाणगंगा पुलिस ने आरोपियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।