दो वर्ष पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने पर 20 मार्च 2020 को कमल नाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके चलते कल कांग्रेस ने तिरंगा यात्रा निकालकर लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाया। अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के नेतृत्व में यात्रा मधुमिलन चौराहा स्थित नेहरू प्रतिमा से शुरू हुई और ढक्कनवाला कुआं होते हुए गीता भवन चौराहा स्थित आंबेडकर प्रतिमा पर समाप्त हुई। शुरुआत में अध्यक्ष बाकलीवाल और विधायक विशाल पटेल मौजूद थे, लेकिन बाद में दोनों गायब हो गए। वैसे बाकलीवाल स्वास्थ्य खराब होने के चलते नेहरू प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद चले गए थे। विधायक पटेल अपनी विधानसभा क्षेत्र के लिए रवाना हो गए।
इधर, पार्टी के अन्य बड़े नेताओं ने भी तिरंगा यात्रा से दूरी बनाकर रखी। ऐसे में युवा नेताओं को यात्रा की कमान संभालना पड़ी। उन्होंने ताकत दिखाई और अच्छी-खासी भीड़ जुटा ली। यात्रा में युवा कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान और एनएसयूआई अध्यक्ष अमित पटेल के साथ दोनों ही संगठन के कई पदाधिकारी नदारद रहे। इनके साथ ही कांग्रेस के अन्य मोर्चा संगठन अध्यक्ष और पदाधिकारी भी शामिल नहीं हुए। इसके बावजूद बहुत दिनों बाद हुए कांग्रेस के आयोजन में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। यात्रा में रमेश यादव उस्ताद, चंदू अग्रवाल, शैलेष गर्ग, अमित चौरसिया, मुकेश यादव, धर्मेंद्र गेंदर, देवेंद्र सिंह यादव, अनूप शुक्ला, विवेक खंडेलवाल, सन्नी राजपाल, गिरीश जोशी, मिन्ना भाटिया और पूनम वर्मा आदि मौजूद थे।
चिंटू, पिंटू और अमन ने दिखाई ताकत तिरंगा यात्रा में एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से ज्यादा कांग्रेसी नहीं जुटे, क्योंकि विधायक संजय शुक्ला के साथ कांग्रेसी अमृतसर की यात्रा पर गए हुए हैं। दो नंबर से राजेश चौकसे व चिंटू चौकसे, तीन नंबर से पिंटू जोशी, चार नंबर से सुरजीत चढ्डा और पांच नंबर से अमन बजाज के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। चिंटू, पिंटू और अमन ने भीड़ जुटाकर अपनी ताकत दिखाई। इनके अलावा आगामी नगरीय निकाय और विधानसभा चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वाले कांग्रेसी भी अपने साथ भीड़ लेकर आए।

भाजपा नेता उमेश शर्मा का किया स्वागत नेहरू प्रतिमा से निकलकर तिरंगा यात्रा ढक्कनवाला कुआं पर पहुंची, तो यहां भाजपा नेता उमेश शर्मा खड़े थे। यह देख कांग्रेसी उनके पास पहुंच गए और नारे लगाने लगे कि हमारा नेता कैसा हो...उमेश शर्मा जैसा हो...। इसके साथ ही कांग्रेसियों ने उनको कांग्रेस का दुपट्टा पहनाकर स्वागत कर दिया। यह देख ऐसा लग रहा था जैसे उमेश शर्मा भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हों। सोशल मीडिया पर उमेश के कांग्रेस में शामिल होने की खबर तक चल गई, जिसका थोड़ी देर में ही पटापेक्ष हो गया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। वैसे शर्मा अपने किसी परिचत से गोकुलदास हॉस्पिटल में मिलने पहुंचे थे। कांग्रेसियों की यात्रा देखकर रुक गए थे। इसके अलावा दिल्ली केजवाहरलाल नेहरू विवि में गूंजने वाला नारा हक से लेंगे आजादी...कांग्रेस की तिरंगा यात्रा में भी गूंजा।