must read : डांस बार में नोटों की बारिश करवाने पर मिलता था वेतन, प्रीमियम ग्राहकों से पैसा लेने स्टेज से आती थीं लड़कियां एक विषय में फेल होने से तनाव में था
कमल ने लिखा, वह जिंदगी में बहुत कुछ करना चाहता था, लेकिन अपने हाथ से जिंदगी बर्बाद कर ली। जबलपुर से रविवार को कमल का जुड़वां भाई व चाचा और सांवेर से रिश्तेदार डॉ. नरवरिया एमवाय अस्पताल पहुंचे। एएसआइ एमपी तिवारी ने बताया, कमल के भाई ने बताया, उससे जब भी कमल से बात ही तो सामान्य था। नरवरिया ने बताया, हाल ही में कमल का एमसीए का आखिरी सेमेस्टर का रिजल्ट आया था। इसमें वह एक विषय में फेल से तनाव में था। आखिरी सेमेस्टर के चलते नौकरी भी लग गई थी। कुछ दिन में ज्वॉइन करना था। फेल होने से नौकरी पर भी खतरा था। तिवारी ने बताया, पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव जबलपुर ले गए।
महिला डॉक्टर ने खुद को लगाया इंजेक्शन, इलाज के दौरान मौत इधर एक अन्य मामले में खरगोन की एक महिला डॉक्टर की राजेंद्रनगर इलाके के निजी अस्पताल मेें इलाज के दौरान मौत हो गई। राजेंद्रनगर पुलिस के मुताबिक, डॉ. रीना (37) को परिवार के लोग इलाज के लिए अस्पताल लाए थे। प्राथमिक जांच में पता चला कि महिला ने खुद को कोई इंजेक्शन लगा लिया था जिसके बाद तबीयत बिगड़ी तो इंदौर लाए थे। आत्महत्या की आशंका अथवा किसी तरह के ओवरडोज की आशंका के आधार पर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।