क्या है मांग
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC), चालक शक्ति यूनियन, राजधानी परिवाहन पंचायत और ऑटो टैक्सी यूनियन, दिल्ली जैसी कई यूनियनें 10 ट्रेड यूनियनों – INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, AICCTU नामक ट्रांसपोर्ट स्ट्राइक में शामिल हो गई हैं। सड़क परिवहन श्रमिक संगठन की अखिल भारतीय समन्वय समिति ने एक बयान में कहा “वाहन श्रमिक श्रम कानून के तहत नहीं आते हैं उनके पास कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं है। ऐसी स्थिति में, राज्यसभा द्वारा पारित मोटर वाहन संशोधन विधेयक इस इंडस्ट्री के लिए सही नहीं होगा।
इन क्षेत्रों के कर्मी भी हड़ताल में शामिल
उनकी मांगों में सामाजिक सुरक्षा अधिनियम को लागू करना और असंगठित परिवहन श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन 24,000 रुपये निर्धारित करना शामिल है। दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल केवल परिवहन क्षेत्र तक सीमित नहीं है क्योंकि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और जन संगठनों के आह्वान पर बैंकिंग और बीमा उद्योग, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और पोर्ट और डॉक के लाखों कर्मचारी बढ़ते आर्थिक संकट, मूल्य वृद्धि और तीव्र बेरोजगारी के विरोध में हड़ताल में शामिल होंगे।
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