इस्मा की रिपोर्ट के अनुसार, चालू सत्र में 527 चीनी मिलों में गन्नों की पेराई शुरू हुई थी, जिनमें 154 मिलों ने पेराई बंद कर दी है और 373 मिलों में पेराई का कार्य 15 मार्च तक जारी था। महाराष्ट्र में 15 मार्च तक 100.08 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में महाराष्ट्र की चीनी मिलों ने 93.84 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। उत्तर प्रदेश में चालू सत्र में इस महीने के पहले पखवाड़े तक 84.14 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 84.39 लाख टन हुआ था।
देश के तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक प्रदेश कर्नाटक में 15 मार्च तक 42.52 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 35.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। तमिलनाडु में 15 मार्च तक 5.40 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल मार्च के पहले पखवाड़े तक प्रदेश की चीनी मिलों ने 4.33 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। गुजरात की चीनी मिलों ने पिछले साल के 9.10 लाख टन के मुकाबले इस साल 9.80 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। आंध्रप्रदेश में इस साल 15 मार्च तक 6.5 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल 6.40 लाख टन हुआ था। मार्च के पहले पखवाड़े तक बिहार में 6.65 लाख टन, उत्तराखंड में 2.95 लाख टन, पंजाब में 5.45 लाख टन, हरियाणा में 4.90 लाख टन और मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में 4.75 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।
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