6 महीने तक करना होगा ट्रायल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि स्पेक्ट्रम का ऑक्शन करने से पहले टेलीकॉम कंपनियों 6 महीने तक 5त्र डिवाइस और स्पेक्ट्रम का ट्रायल करना होगा। जानकारी के अनुसार कंपनियों को सितंबर से स्पेक्ट्रम मुहैया कराने की बात चल रही है। इससे कंपनियां अपने 5जी डिवाइस की जांच कर पाएंगी।
चीनी कंपनियों को दरकिनार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने 5जी के ट्रायल और ऑक्शन से चीनी कंपनियों को दरकिनार करने की बात कह दी है। डिपार्टमेंट का कहना है कि चीनी कंपनियों को ट्रायल और ऑक्शन में शामिल नहीं किया जाएगा। भारत में दो चीनी कंपनियां हुवावे और जेडटीई कॉरपोरेशन टेलीकॉम इक्विपमेंट सेगमेंट में काम कर रही हैं।
यह कंपनियां होंगी ट्रायल में शामिल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2019 में नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग जैसी कंपनियों की ओर से एप्लीकेशन जमा की थी, जिनमें हुवावे और जेडटीई भी शामिल थी, लेकिन उन्होंने चीनी कंपनियों को बाकी कंपनियों को 5त्र ट्रायल में शामिल होने की परमीशन दे दी है। भारती एयरटेल सैमसंग, नोकिया, और एरिक्सन के साथ पार्टनरशिप में ट्रायल करेगी।