बढ़ेंगे कस्टमर और रेवेन्यू
ब्यूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार जियो को यह घाटा इसके प्रतिद्वंद्वियों भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया से भी बड़ा होगा। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस साल रिलायंस जियो को 2.1 बिलियन डॉलर यानि 149068500000 रुपए का नुकसान हो सकता है। वहीं रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि कंपनी अगले 12 महीनों में रेवेन्यू और कस्टमर की संख्या के मामले में सभी को पीछे छोड़ देगी।
यह भी कहती है रिपोर्ट
लेन और चेन की रिपोर्ट के अनुसार फोन सब्सिडी का वहन एक अलग यूनिट रिलायंस रिटेल लिमिटेड के थ्रू होता है। जिसे जियो के बहीखातों में नहीं दिखाया जाता है। जियो अपने अकाउंटिंग में ‘गैर मानक’ मूल्यह्रास मैट्रिक्स का इस्तेमाल करता है। वहीं दूसरी ओर मुकेश अंबानी की जियो लगातार हर तिमाही में मुनाफे की घोषणा कर रही है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि कंपनी को निवेश पर सकारात्मक रिटर्न के लिए हैंडसेट सब्सिडी में कमी करनी होगी और ग्राहकों से प्राप्त राजस्व में वृद्धि करनी होगी।
एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को भी होगा नुकसान
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों के अनुमान के मुताबिक, भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया को मार्च में खत्म हो रहे वित्त वर्ष में 32 अरब रुपए का शुद्ध घाटा हो सकता है। दूसरे नंबर पर मौजूद कंपनी भारती एयरटेल को 7.5 अरब रुपए का घाटा होने का अनुमान है। वैसे यह घाटा जियो के मुकाबले काफी कम है। आपको बता दें कि जब से रिलायंस जियो की मार्केट में एंट्री हुई है तब से एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में दिचस्प होगा कि आने वाले दिनों में तीनों कंपनियों का क्या रुख रहता है।