कंपनी ने जारी किया बयान
कैम्ब्रिज एनालिटिका के प्रवक्ता क्लेंरेस मिशेल ने अपनी वेबसाइट पर जारी बयान में बीबीसी का उल्लेख करते हुए कहा, “पिछले कई महीनों में कैम्ब्रिज एनालिटिका पर कई तरह के आरोप लगे हैं और कंपनी अपने रिकॉर्ड को दुरुस्त करने के प्रयासों के बावजूद उन गतिविधियों को लेकर बदनामी झेल रही है, जो न सिर्फ वैध हैं बल्कि राजनीतिक और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में ऑनलाइन विज्ञापन के घटक के रूप में स्वीकार्य भी है।” बयान के मुताबिक, “कैम्ब्रिज एनालिटिका के इस विश्वास के साथ कि उनके कर्मचारियों ने नैतिकता और वैधता के साथ काम किया है, इस तरह की नकारात्मक मीडिया कवरेज से कंपनी के ग्राहक और सप्लायर्स हमसे दूर चले गए। परिणामस्वरूप, हम अधिक समय तक कारोबार जारी नहीं रख सकते।” बयान में यह भी कहा गया कि कैम्ब्रिज एनालिटिका की पेरेंट कंपनी एससीएल इलेक्शंस दिवालिया हो गई है और उसकी दिवालिया प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
तो क्या इसे कैम्ब्रिज एनालिटिका का अंत है ?
कैम्ब्रिज एनाजिटिका के इस विवाद के बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या ये कंपनी के लिए अंत होगा या कंपनी फिर से किसी दूसरे अवतार में कार्य करेगी। बि्रटेन के एक अखबार ने जब कंपनी के पूर्व कर्मचाारी से बात की तो उसका कहना है कि, कंपनी जल्द ही किसी नए अवतार में दिख सकती है।
कंपनी के बंद होने से खड़े हो रहे कर्इ सवाल
मामले के सामने आने के बाद आैर जांच एजेंसियों के जांच के दौरान कैम्ब्रिज एनालिटिका को अानन फानन में बंद किया जा रहा है। ये अपने आप में ही कर्इ बड़े सवाल खड़ा करता है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि कहीं कंपनी को बंद कर अचानक से जांच को प्रभावित ताे नहीं किया जा रहा है। बि्रटीश एमपी डेमियन कोलिंस का कहना है कि, “कंपनी पर अभी कर्इ तरह की जांच हो रही है आैर इसके बंद हाेने से जांच पर किसी तरह का कोर्इ प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।” वहीं कुछ आैर जानकारों का कहना है कि कंपनी के बंद होने से जांच के लिए कोर्इ बहाना नहीं बनना चाहिए। एेसा नहीं होना चाहिए की इससे जांच को प्रभावित किया जाए।