बिल्डर का ट्रैक रिकार्ड
फ्लैट बुक करने से पहले बिल्डर के ट्रैक रिकार्ड की जांच करें। बिल्डर के द्वारा पहले तैयार किए हुए प्रोजेक्ट्स की जानकारी जुटाएं। यदि बिल्डर ने पहले से प्रोजेक्ट बनाए हैं तो उस प्रोजेक्ट में रह रहे लोगों से जा कर मिलें। उस सोसाइटी में रह रहे परिवारों से प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन क्वालिटी, मिल रही सुविधाओं और पजेशन के बारे में जानकारी जुटाएं।
इन पेपरों की जांच जरूर करें
प्रॉपर्टी बुक करने से पहले कुछ कागजातों की जांच करना भी जरूरी है। यह पता करें कि जिस प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक कर रहे हैं, उस प्रोजेक्ट की जमीन बिल्डर के नाम पर है या नहीं। यह भी जानें कि बिल्डर के पास उस जमीन पर कंस्ट्रक्शन करने का अधिकार है या नहीं। शहर की डेवलपमेंट अथॉरिटी में जाकर बिल्डर के प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारियां एकत्र करें। यदि आपके पास समय की कमी हो, तो आप किसी एक्सपर्ट की मदद लेकर यह काम करा सकते हैं।
थोड़ी बचत के लालच में न आएं
घर की खरीदारी छोटा सौदा नहीं होता है। कुछ रुपए की बचत के लिए आप किसी ऐसे बिल्डर के साथ सौदा न करें जो या तो मार्केट में अभी-अभी आया है या उसकी साख अच्छा नहीं है। लंबे समय से काम कर रहे बिल्डर के प्रोजेक्ट में ही बुक करें।
बैंक, फाइनेंस कंपनियों से भी करें पूछताछ
बिल्डर के नए प्रोजेक्ट या पुराने प्रोजेक्ट के बारें में अगर सटीक जानकारी लेनी हैं तो आप बैंक या फाइनेंस कंपनी की ब्रांच में जाकर के भी पूछताछ कर सकते हैं। बैंक से कंपनी की वित्तीय स्थिति को पता कर सकते हैं। अगर आपको पता चले की बिल्डर की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है तो कभी भी उसके प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक न करें चाहे वह मार्केट से कम कीमत में क्यों नहीं दे रहा हो।
ऑनलाइन रिसर्च से जानकारी इकट्ठा करें
ऑनलाइन रिसर्च के जरिए भी बिल्डर के विषय में जानकारी आसानी से मिल जाती है। आप उपभोक्ता फोरम की साइट पर बिल्डर के विषय में सही-गलत की जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा बिल्डर से सवाल पूछें कि क्या उसको कंस्ट्रक्शन की इजाजत मिल गई है प्रोजेक्ट की जमीन का एरिया, बिल्टअप एरिया, फ्लोर एरिया रेश्यो, फ्लोर परमिट के बारे जानकारी लें। सभी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही फैसला करें।