2017 से नहीं बढ़े हैं दूध के दाम
मिल्क पाउडर की उपलब्धता और कमोडिटी के स्थिर दामों के कारण वर्ष 2017 के बाद से अब तक दूध के दाम नहीं बढ़े हैं। अमूल ब्रांड की मालिक कंपनी गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के प्रबंध निदेशक आरएस सोढी ने कहा कि सर्दियों में दूध की सप्लाई में 15 फीसदी की बढ़ोतरी के मुकाबले इस साल सिर्फ 2 फीसदी की बढ़ोतरी आई है।
महाराष्ट्र में किसानों ने किया था आंदोलन
अमूल एक दिन में 248 लाख लीटर दूध की खरीद करता है। कुल मिलाकर प्रति पशु दूध उत्पादन, किसानों की दशा और दूध की कीमतों का असर इस साल आम आदमी को भुगतना पड़ेगा। बीते साल दूध की कीमतें बढ़ाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र में किसानों ने बड़ा आंदोलन भी चलाया था और दूध की सप्लाई बंद कर दी थी।
2019 में दूध की कीमतें बढ़ना तय
सोढी का कहना है कि 2019 में दूध की कीमतें बढ़ना तय है। स्किम्ड मिल्क पाउडर का कम स्टॉक और पिछले साल के मुकाबले सप्लाई कम होना इसके पीछे बड़ा कारण है। दूध किसानों ने जून में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग करते हुए बड़े पैमाने पर आंदोलन चलाया था और पूरे महाराष्ट्र में दूध की सप्लाई ठप कर दी थी।
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