उत्पादन कम होने से गिरी ग्रोथ रेट
सोमवार को कोर सेक्टर के की ग्रोथ रेट के आधिकारिक आंकड़ें जारी किए गए हैं। इन आंकड़ों में जानकारी देते हुए बताया गया कि इस बार कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट में भी काफी कमी देखी गई है। इस साल मुख्य रूप से कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन गिरा है, जिसके कारण बुनियादी उद्योगों की रफ्तार भी धीमी पड़ गई है।
ये भी पढ़ें: GDP के बाद मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ग्रोथ घटकर 15 माह के निचले स्तर पर: रिपोर्ट
अधिकारिक आंकड़ों से मिली जानकारी
आपको बता दें कि कोर सेक्टर में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली आते हैं। अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन महीने में कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन की बात करें तो पिछले साल की तुलना में काफी कमी आई है। इसके अलावा अगर स्टील, सीमेंट और बिजली सेक्टर की ग्रोथ रेट की बात करें तो इसमें भी काफी कमी आई है।
स्टील क्षेत्र में भी हुई गिरावट
स्टील क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 6.6 फीसदी रह गई, जो जुलाई, 2018 में 6.9 फीसदी थी। इसी तरह सीमेंट क्षेत्र की वृद्धि दर 11.2 फीसदी से घटकर 7.9 फीसदी रह गई। बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर जुलाई में 4.2 फीसदी रही। पिछले साल समान महीने में यह 6.7 फीसदी थी। हालांकि, समीक्षाधीन महीने में उर्वरक का उत्पादन 1.5 फीसदी बढ़ा। पिछले साल समान महीने में उर्वरक क्षेत्र की वृद्धि दर 1.3 फीसदी रही थी।
ये भी पढ़ें: अर्थव्यवस्था सुधरने का संकेत, फिच सॉल्युशंस ने कहा- धीरे-धीरे सुधरेगी भारत की जीडीपी वृद्धि दर
तीन फीसदी रही ग्रोथ रेट
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई की चार माह की अवधि के दौरान बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर तीन फीसदी रह गई है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 5.9 फीसदी रही थी। इस साल अप्रैल से लगातार बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर नीचे आ रही है। अप्रैल में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 5.2 फीसदी रही थी, जो अप्रैल, 2018 में 5.8 फीसदी थी। मई में यह घटकर 4.3 फीसदी और जून में 0.7 फीसदी पर आ गई।