scriptकोयला-सीमेंट के दम पर मार्च में कोर उत्पादन 4.1 फीसदी बढ़ा | Core Sector production increase in march 2018 | Patrika News

कोयला-सीमेंट के दम पर मार्च में कोर उत्पादन 4.1 फीसदी बढ़ा

locationनई दिल्लीPublished: May 01, 2018 06:06:51 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

कोर उत्पादन के सूचकांक में आठ प्रमुख उद्योग कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं।

Core Sector Production
नई दिल्ली। कोयला और सीमेंट के उत्पादन में वृद्धि होने के कारण मौजूदा वर्ष के मार्च में कोर उत्पादन में 4.1 फीसदी की बढो़त्तरी दर्ज की गई है। इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 5.2 फीसदी था। सरकार की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार बीते वित्त वर्ष 2017- 18 में कोर उत्पादन की वृद्धि दर 4.2 फीसदी रही है। इससे पिछले वित्त वर्ष में कोर उत्पादन की बढ़ोत्तरी 4.8 फीसदी थी। कोर उत्पादन के सूचकांक में आधारभूत ढ़ांचा क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योग कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं।
कोयला उत्पादन में 9.1 फीसदी की वृद्धि

मार्च 2018 में कोयला क्षेत्र के उत्पादन में 9.1 फीसदी व़ृद्धि हुई है जबकि अप्रैल 2017 से मार्च 2018 की अवधि में इसकी बढो़त्तरी 2.5 फीसदी दर्ज की गई थी। इसी माह में कच्चे तेल के उत्पादन में 1.6 फीसदी की गिरावट आई है। बीते वित्त वर्ष में इस क्षेत्र का उत्पादन 0.9 फीसदी घटा है।प्राकृतिक गैस का उत्पादन मार्च 2018 में 1.3 फीसदी बढ़ा है। अप्रैल 2017 से मार्च 2018 की अवधि में इसका उत्पादन 2.9 फीसदी अधिक हुआ है। इसी माह में रिफाइनरी क्षेत्र का उत्पादन 1.0 फीसदी अधिक रहा है। बीते वित्त वर्ष में रिफाइनरी क्षेत्र का उत्पादन 4.6 फीसदी बढ़ा है।
उर्वरक उत्पादन में गिरावट

आंकड़ों के अनुसार मार्च 2018 में उर्वरक का उत्पादन 3.2 फीसदी अधिक रहा है। अप्रैल 2017 से मार्च 2018 की अवधि में इसमेंं मामूली 0.03 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। इसी माह में इस्पात के उत्पादन में 4.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। बीते वित्त वर्ष में इस क्षेत्र की वृद्धि दर 5.6 फीसदी रही है। सीमेंट के उत्पादन में मार्च 2018 के दौरान 13.0 फीसदी की तेजी आई है। हालांकि, बीते वित्त वर्ष में कुल वृद्धि दर 6.3 फीसदी पर दर्ज की गई है। आलोच्य माह में बिजली का उत्पादन 4.5 फीसदी बढ़ा है। अप्रैल 2017 से मार्च 2018 के दौरान बिजली के उत्पादन 5.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है।
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