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हालांकि गैर-खाद्य श्रेणियों में ईधन और बिजली खंड में साल-दर-साल आधार पर मुद्रास्फीति में गिरावट दर्ज की गई है, जोकि जुलाई में (-)0.36 फीसदी रही। उत्पादों के हिसाब से, सब्जियों, अंडों, मांस और मछली में साल-दर-साल आधार पर जुलाई में महंगाई दर्ज की गई। इसके विपरीत चीन और मिठाई के के दाम में गिरावट दर्ज की गई।
इसी अनुसार, सब्जियों के दाम में जुलाई में 2.82 फीसदी, मांस और मछली के दाम में 9.05 फीसदी, अंडों के मूल्य में 0.57 फीसदी और दालों और उसके उत्पादों के मूल्य में 6.82 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, दूसरी तरफ, दूध आधार उत्पादों के मूल्य में 0.98 फीसदी की तेजी आई और दूध उत्पादों के दाम 1.31 फीसदी बढ़े, जबकि चीनी और मिठाई के दाम (-)2.11 फीसदी गिरे।
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आईआईपी ग्रोथ के मामले में लगा था झटका
बता दें कि गत 12 अगस्त को जून माह के लिए आईआईपी के आंकड़े में भी जारी किये गये थे। इस साल जून माह में इंडेक्ट ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन ( ढ्ढढ्ढक्क ) में गिरावट आई है। जून माह में आईआईपी ग्रोथ घटकर 2 फीसदी रह गई है। इसके पहले मई माह में यह आंकड़ा 3 फीसदी रहा था। गत जून माह में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ 1.2 फीसदी रहा, जोकि इसके पहले माह यानी मई में यह 2.5 फीसदी रहा था।
जून 2019 में माइनिंग ग्रोथ 1.6 फीसदी रही। एक महीना पहले मई 2019 में माइनिंग ग्रोथ 3.2 फीसदी थी। जून 2019 में इलेक्ट्रिसिटी की ग्रोथ में बढ़ोतरी देखने को मिली है। जून में यह ग्रोथ 8.2 फीसदी रही दो मई में 7.4 फीसदी थी। जून 2019 में प्राइमरी गुड्स की ग्रोथ में सबसे अधिक गिरावट रही है। इस दौरान प्राइमरी गुड्स की ग्रोथ सिर्फ 0.5 फीसदी रही जो मई 2019 में 2.5 फीसदी थी। जून 2019 में कैपिटल गुड्स की ग्रोथ में बड़ी गिरावट आई है।
(नोट: यह खबर न्यूज एजेंसी फीड से प्रकाशित की गई। पत्रिक बिजनेस ने इसमें हेडलाइन के अतिरिक्त कोई अन्य बदलाव नहीं किया है।)