scriptनोटबंदी से सुस्त पड़ी ऑटो उद्योग की रफ्तार | Demonetisation slows down the pace of auto sector | Patrika News

नोटबंदी से सुस्त पड़ी ऑटो उद्योग की रफ्तार

Published: Dec 01, 2016 08:22:00 pm

Submitted by:

umanath singh

नोटबंदी के दबाव में इस वर्ष नवंबर में देश के ऑटो उद्योग की रफ्तार धीमी रही और व्यावसायिक वाहनों, यात्री वाहनों तथा दुपहिया वाहनों की बिक्री नरम पड़ी है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की बिक्री में नवंबर में 14.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह पिछले साल नवंबर के 1,29,599 वाहनों की तुलना में 14.1 प्रतिशत बढ़कर 1,26,220 इकाई पर पहुंच गई।

maruti

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नई दिल्ली. नोटबंदी के दबाव में इस वर्ष नवंबर में देश के ऑटो उद्योग की रफ्तार धीमी रही और व्यावसायिक वाहनों, यात्री वाहनों तथा दुपहिया वाहनों की बिक्री नरम पड़ी है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की बिक्री में नवंबर में 14.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह पिछले साल नवंबर के 1,29,599 वाहनों की तुलना में 14.1 प्रतिशत बढ़कर 1,26,220 इकाई पर पहुंच गई। हालांकि, निर्यात 9.8 प्रतिशत घटकर 9,225 इकाई रह गया।

मारुति की बढ़ी बिक्री 

घरेलू बाजार में यात्री कारों की बिक्री 8.1 प्रतिशत बढ़कर 96,767 इकाई तथा उपयोगी वाहनों की बिक्री 98.1 प्रतिशत की छलांग लगाकर 17,215 पर पहुंच गई। इनमें छोटी यात्री कारों (ऑल्टो और वैगनआर) की बिक्री 8.1 प्रतिशत तथा कॉम्पैक्ट कारों स्विफ्ट, रिज, सेलेरियो, बलेनो और डिजायर की बिक्री 10.8 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि सुपर कॉम्पैक्ट कार डिजायर टूअर की बिक्री में 10.3 फीसदी तथा मिडसाइज श्रेणी में सियाज की बिक्री 1.4 प्रतिशत घटी है।

महिंद्रा की गिरी बिक्री 

विभिन्न श्रेणी के वाहन बनाने वाली कंपनी मङ्क्षहद्रा एंड मङ्क्षहद्रा की बिक्री इस महीने में 21.85 फीसदी घटकर 32,499 इकाई पर आ गयी, जबकि पिछले वर्ष इस महीने में यह संख्या 41,590 रही थी। घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 24.29 प्रतिशत घटकर 29,814 इकाई पर आ गई, जो नवंबर 2015 में 39,383 रही थी। हालांकि, इस महीने में उसका निर्यात 22 फीसदी बढ़कर 2,685 इकाई पर पहुंच गया।

टाटा की भी गिरी बिक्री 

वाहन बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स ने कुल मिलाकर 38,900 वाहनों की बिक्री की जबकि पिछले वर्ष नंवबर में उसने 38,918 वाहन बेचे थे। कंपनी के व्यावसायिक वाहनों की घरेलू बिक्री 17 प्रतिशत घटकर 20,538 पर रही। नवंबर में कंपनी के यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री 22 प्रतिशत बढ़कर 12,736 इकाई पर पहुंच गई। नवंबर 2015 में उसने 10,470 यात्री वाहन बेचे थे। टाटा मोटर्स का निर्यात हालांकि 57 फीसदी बढ़कर 5,626 पर पहुंच गया। पिछले वर्ष नवंबर में उसने 3,573 वाहन निर्यात किये थे। 

फॉक्सवैगन की बिक्री १०७ फीसदी बढ़ी 

यात्री वाहन बनाने वाली कंपनी फॉक्सवैगन की बिक्री 107 प्रतिशत बढ़कर 4,014 इकाई पर पहुंच गई। पिछले साल नवंबर में कंपनी ने 1,942 वाहन बेचे थे। प्रीमियम वर्ग के यात्री वाहन बनाने वाली कंपनी होंडा कार्स इंडिया की बिक्री इस वर्ष नवंबर में 41.17 प्रतिशत घटकर 8,726 इकाई रही, जबकि पिछले वर्ष नवंबर में यह 14,832 इकाई रही थी। इस महीने में कंपनी ने घरेलू बाजार में 8,029 वाहन बेचे, जो पिछले वर्ष समान महीने में बेचे गये 14,712 वाहनों की तुलना में 45.43 प्रतिशत कम है। हालांकि, कंपनी के निर्यात में 481 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले वर्ष इस महीने उसने 120 वाहन निर्यात किये थे जो इस वर्ष समान महीने में बढ़कर 697 वाहनों पर पहुंच गया। यात्री वाहन बनाने वाली फोर्ड इंडिया की घरेलू बिक्री घटी है, जबकि निर्यात में जोरदार उछाल दर्ज किया गया है। घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 21.61 फीसदी घटकर 6,876 रह गई। पिछले साल उसने देश में 8,773 यात्री वाहन बेचे थे। निर्यात 67.87 फीसदी बढ़कर 14,128 पर पहुंच गया। इस प्रकार उसकी कुल बिक्री पिछले साल नवंबर के 17,189 से 22.19 प्रतिशत बढ़कर 21,004 पर पहुंच गई। 
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