फेसबुक पर भद्दे कमेंट को रेकने में मिलेगी मदद इस संदर्भ में फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजर सारा क्लार्क शिफ ने कहा कि, ‘यह बहुत जरूरी है कि जो विज्ञापन आप स्क्रीन पर देख रहे हैं, उसके बारे में आप जानें, खासकर तब जब उस विज्ञापन का संबंध किसी राजनीतिक पार्टी या किसी चुनावी विज्ञापन से हो।’ क्लार्क ने आगे कहा कि विज्ञापन की पारदर्शिता को देखते हुए फेसबुक के साथ साथ इंस्टाग्राम पर भी बदलाव किए जा रहे हैं। उनका कहना है कि विज्ञापन की पारदर्शिता पर हम अमरीका, ब्राजील और यूके में पहले ही बदलाव कर चुके हैं। अब भारत में राजनीतिक विज्ञापनों को लेकर यह कदम उठाने जा रहे हैं। इस बदलाव से हमें अगले साल भारत में होने वाले आम चुनाव में फेसबुक पर भद्दे कमेंट को रोकने में मदद मिलेगी।
विदेशी हस्तक्षेप को रोकने में मिलेगी मदद इसके अतिरिक्त 2019 के शुरुआत में कंपनी हर तरह के राजनीतिक विज्ञापन को लेकर उसकी पूरी डिटेल्स के साथ एक लाइब्रेरी बनाएगी, जिससे लोगों को डिटेल सर्च करने में मदद मिलेगी। इस आॅनलाइन खोजे जाने लायक विज्ञापन लाइब्रेरी के जरिए निजी विज्ञापन से संबंधित बजट जैसी जानकारी भी उपलब्ध होगी। फेसबुक ने कहा, ‘हम एक पॉलिसी बनाएंगे, जहां सभी राजनीतिक विज्ञापन पर लिखा होगा कि यह एक राजनीतिक विज्ञापन है। इस नए नियम से चुनाव के दौरान विदेशी हस्तक्षेप को रोकने में भी मदद मिलेगी।’