क्या है मामला
आपाको बता दें कि ये पूरा मामला यूरोपिय संघ से बाहर होने के विषय पर साल 2016 में किए गए जनमत संग्रह से संबंधित है। अब इसमें ये जांच की जा रही है कि दोनोें पक्षों ने अभियान चलाने के लिए लोगों की निजी जानकारी का अपने पक्ष में उपयोग किया है या नहीं।
जांच रिपोर्ट में जुर्माने की मांग
इस मामले की जांच ब्रिटेन के सूचना आयुक्त कार्यालय ने इस साल की शुरुआत में ही शुरु कर दी थी। उसी दौरान ये खबर आई थी कि एक ऐप ने दुनियाभर में फेसबुक के डाटा में सेंध लगाकर लाखों लोगों की जानकारियां चुरायी है। इस जांच से जुड़े एक रिपोर्ट में बुधवार को कहा गया कि फेसबुक पर डाटा सुरक्षा कानून के तहत डाटा चोरी होने के लिए फेसबुक पर अधिकतम जुर्माना लगाया जाए।
फेसबुक ने कहा- जल्द देंगे प्रतिक्रिया
याद दिला दें कि फेसबुक ने स्वीकार किया था कि ब्रिटेन की एक कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने उसके डाटाबेस का गलत इस्तेमाल कर 8.7 करोड़ लोगों से जुड़े आंकड़ें को चुराया है। ये कंपनी उस दौरान अमरीका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव अभियान के लिए काम कर रही थी। हालांकि कैंब्रिज एनालिटिका ने इस बात को खारिज कर दिया था। लेकिन इसके बाद भी कंपनी के कारोबार में कमी देखने को मिली है। कारोबार को ध्यान में रखते हुए ही कंपनी ने अमरीका और ब्रिटेन में स्वैच्छिक तौर पर दिवाला कार्रवाइ के लिए आवेदन भी किया है। फेसबुक ने इस मामले के बाद कहा है कि हमारे पास ये रिपोर्ट आ चुकी है और हम जल्द ही इसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया देगा।